दुर्गामंदिर के अस्तित्व पर संकट

पौआखाली : ठाकुरगंज प्रखंड के भौलमारा ग्राम पंचायत स्थित रूपादह माखनपुर गांव स्थित दुर्गा मंदिर को महानंदा नदी के गर्भ में समाने से पहले ही प्रखंड प्रमुख राधा देवी ने जोरदार पहल शुरू कर दी है. सोमवार को जिले से आयी बाढ़ आपदा निरोधक टीम के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों के संग मिल कर मंदिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2016 2:32 AM

पौआखाली : ठाकुरगंज प्रखंड के भौलमारा ग्राम पंचायत स्थित रूपादह माखनपुर गांव स्थित दुर्गा मंदिर को महानंदा नदी के गर्भ में समाने से पहले ही प्रखंड प्रमुख राधा देवी ने जोरदार पहल शुरू कर दी है. सोमवार को जिले से आयी बाढ़ आपदा निरोधक टीम के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों के संग मिल कर मंदिर को बचाने के लिए तत्काल बचाव कार्य चलाया जा रहा है.

पेड़ आदि की टहनियों के द्वारा कटाव को रोकने का काम जारी है बाद में मिट्टी के बोरों से तटबंध को बांधने का कार्य शुरू किया जायेगा. इस संबंध में प्रमुख प्रतिनिधि मंटू कुमार गणेश ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण नदी के जल स्तर में आयी वृद्धि से भीषण कटाव रूपादह माखनपुर महादलित गांव में जारी है सबसे नजदीक गांव का दुर्गा मंदिर और एकमात्र सरकारी विद्यालय जो महानंदा नदी के निशाने पर हमेशा बना हुआ है.
जिला आपदा पदाधिकारी ने लिया जायजा : साथ ही समस्त महादलित बस्ती का अस्तित्व भी काफी खतरे में होने की स्थिति की भयावहता को देखते हुए सोमवार की सुबह हालात की जानकारी सीनियर वरीय उपसमाहर्ता सह जिला आपदा प्रभारी रामाशंकर प्रसाद को फोन पर देने के उपरांत कुछ एक घंटे के भीतर ही मौके पर बाढ़ आपदा विभाग के एसडीओ साजिद इकबाल, जेई अभय कुमार व विषबल्लभ कुमार की टीम पहुंच तटबंध का जायजा लेते हुए कटाव निरोधक कार्य को शुरू कर दिये है.
उधर बाढ़ निरोधक कार्य के आरम्भ होते ही वार्ड सदस्य उमेश हरिजन,ग्रामीण कलपु पासवान,छोटू पासवान,गोपाल पासवान, रामा सहनी सहित समस्त गांववासियों ने राहत की सांस लेते हुए प्रखंड प्रमुख श्रीमती राधा देवी एवम जिला प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया है. यहां गौरतलब हो कि आज से दो माह पूर्व आये बाढ़ के दौरान ही रूपादह, माखनपुर गांव की भयावह स्थिति की खबर प्रभात खबर अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित कर खबर को जिले के वरीय अधिकारियों के संज्ञान में देकर ऐसे हालात उत्पन्न होने की शंका व्यक्त कर चुकी थी किंतु तब अधिकारियों ने इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया और आज नतीजा है कि उन्हीं हालातों से लड़ने के लिए जिला बाढ़ आपदा की टीम जद्दोदेहद में जुटी है.
मंदिर को बचाने में जुटे ग्रामीण.

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