चौथे दिन भी नहीं मिला फैज का शव
दो अक्तूबर को दसवीं कक्षा में पढ़ रहे सात दोस्त ओद्राघाट स्थित डोक नदी नहाने गये थे. इसी क्रम में मो फैज आलम नदी में डूब गया था. किशनगंज : बेलवा स्थित डोंक नदी में डूबे फैज की लाश अब तक बरामद नहीं हो सकी है. फैज की लाश को पिछले दो दिनों से एसडीआरएफ […]
दो अक्तूबर को दसवीं कक्षा में पढ़ रहे सात दोस्त ओद्राघाट स्थित डोक नदी नहाने गये थे. इसी क्रम में मो फैज आलम नदी में डूब गया था.
किशनगंज : बेलवा स्थित डोंक नदी में डूबे फैज की लाश अब तक बरामद नहीं हो सकी है. फैज की लाश को पिछले दो दिनों से एसडीआरएफ की टीम द्वारा खोजने में नाकाम रहने के बाद अब प्रशिक्षित गोताखोरों की मदद ली जा रही है जो बीच नदी में गहरे पानी में जाकर लाश की खोज कर रहे है़ं
विधायक मुजाहिद आलम ने बताया कि प्रशिक्षित गोताखोरों की मदद ली जा रही है़ नदी में सभी संभावित जगहों पर खोजबीन की जा रही है और गोताखोरों को जरूर सफलता हाथ लगेगी. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सभी लोग इस दुख की घड़ी में उनके साथ है़ं वहीं विधायक ने कहा कि बालू खनन की वजह से यहां बडे गड्ढे हो गये हैं और स्थल काफी खतरनाक हो गया है़
प्रशासन इस स्थल को बेरिकेटिंग करे ताकि इस तरह की घटना की पुरनावृत्ति न हो़ घटना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा है़ं इस मौके पर जदयू विधायक मुजाहिद आलम, अनुमंडल पदाधिकारी मो शफीक, जिला परिषद उपाध्यक्ष कमरूल होदा, मुखिया फकरे आलम आिद मौजूद थे़ मालूम हो कि दो अक्तूबर को दसवीं कक्षा में पढ़ रहे सात दोस्त मिल कर ओद्राघाट स्थित डोक नदी में नहाने गये थे. इसी क्रम में मो फैज पिता मुजफरूल एवं मो अयान पिता मसूद आलम नदी में डूब कर लापता हो गया है. दूसरे दिन अयान का शव नदी से खोज कर निकाला गया, लेकिन दूसरे युवक मो फैज का शव चौथे दिन समाचार प्रेषण तक नहीं मिल पाया. उधर परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है.