स्कूल बंद, परेशानी अनियमितता . ड्यूटी में िशक्षक बना रहे डाटाबेस
जीरनगछ पंचायत के प्राथमिक विद्यालय हजारी गुरुवार को खुला ही नहीं़ विद्यालय संचालन में प्रधान शिक्षिका की मनमानी चरम पर है. 11 बजे आना एक बजे विद्यालय बंद कर के चले जाना आये दिन की बात है़ कई िदनों तक तो िवद्यालय का ताला ही नहीं खुलता है. बच्चे िशक्षक का इंतजार कर लौट आते […]
जीरनगछ पंचायत के प्राथमिक विद्यालय हजारी गुरुवार को खुला ही नहीं़ विद्यालय संचालन में प्रधान शिक्षिका की मनमानी चरम पर है. 11 बजे आना एक बजे विद्यालय बंद कर के चले जाना आये दिन की बात है़ कई िदनों तक तो िवद्यालय का ताला ही नहीं खुलता है. बच्चे िशक्षक का इंतजार कर लौट आते हैं ़
ठाकुरंगज : प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय की हालत बदहाल है़ शिक्षकों की मनमानी का आलम यह है आए दिन विद्यालय बंद कर दिए जाते हैं और बहाना विद्यालय के कार्य के नाम पर व्यस्तता को बताया जाता है़ बात हो रही जीरनगछ पंचायत के प्राथमिक विद्यालय हजारी की़ गुरुवार को विद्यालय खुला ही नहीं, ग्रामीणों की माने तो ये रोजमर्रा की बात है़ इस बावत ग्रामीण बताते हैं की विद्यालय संचालन में प्रधान शिक्षिका की मनमानी चरम पर है.
11 बजे आना एक बजे विद्यालय बंद कर के चले जाना ये तो आये दिन की बात हो गई है़ कई बार विद्यालय का ताला तक खुलता ही नहीं और बच्चे वापस से घर चले जाते है़ं विरोध करने पर प्रधान शिक्षिका केस मुकदमे की धमकी देती है़ं गुरुवार को सुबह के 11 बजे जब यह संवाददाता स्कूल पहुंचा तो नामांकित 141 बच्चे में से 12 बच्चे पठन-पाठन के लिए पहुंचे हुए थे़ इन बच्चों ने भी विद्यालय की प्रधान शिक्षिका के बारे में बताया कि स्कूल खुलने का कोई समय नहीं है़ वहीं विद्यालय के परिसर में ही बड़े बड़े गड्ढे दुर्घटना को आमंत्रित करते दिखे़ इस बावत ग्रामीण मो तनवीर आलम , इस्लामुदिन्न, मेहंदी हसन आदि ने बताया की गड्ढे में हमेशा पानी भरा रहता है जिसमे कभी भी बच्चे डूब सकते है़
गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय हजारी का ताला दिन भर नहीं खोले जाने के बावत जब प्रधान शिक्षिका निर्मला गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने विद्यालय कार्य के लिये ही विद्यालय बंद किये जाने की बात बतायी. उन्होंने बताया कि स्कूल के छात्रों का डाटा बेस तैयार कर 21 अक्टूबर तक जमा करना है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा बुधवार को हुई बैठक में 21 अक्टूबर तक सारे कार्य पूर्ण करने के आदेश के बाद वे इसी कार्य में व्यस्त है. इसलिए विद्यालय नहीं खोल पाई़ विद्यालय एक शिक्षकीय होने के कारण यह समस्या आये दिन का है.
जीरनगछ पंचायत की मुखिया इसरमनी देवी ने बताया कि प्रधान शिक्षिका निर्मला गुप्ता द्वारा विद्यालय परिचालन में कई अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों द्वारा मिली है और विद्यालय कभी भी समय पर नहीं खुलता है. उन्हें अपने कार्यशैली में सुधार को भी कहा गया है परंतु आये दिन शिक्षिका की मनमानी चरम पर है़
शिक्षिका के इंतजार में बैठे रहते हैं नौनिहाल ़
कहते हैं अधिकारी
विद्यालय बंद करके डाटाबेस तैयार करने का कोई दिशा निर्देश नहीं दिया गया है़ ये कार्य विद्यालय समय के बाद करना है़ उन्होंने शिक्षकों को विद्यालय समय पर आने और समय पर बंद करने के मामले में उचित कार्रवाई की बात कही़
दिलीप कुमार , प्रभारी बीइओ