पीएनबी शाखा बरबट्टा में प्रतिनियुक्त एएसआइ हटाये गये

विशनपुर : पीएनबी शाखा बरबट्टा में प्रतिनियुक्त एएसआइ धर्मेंद्र कुमार द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान मो अजीम 18 वर्ष पिता अब्दुल कलाम महनगांव थाना कोचाधामन को मारपीट किये जाने को लेकर मंगलवार संध्या लोगों द्वारा विरोध में जम कर हंगामा किये जाने के पश्चात घटनास्थल पर पहुंच कर एसडीओ मो शफीक, एसडीपीओ कामिनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 6:42 AM

विशनपुर : पीएनबी शाखा बरबट्टा में प्रतिनियुक्त एएसआइ धर्मेंद्र कुमार द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान मो अजीम 18 वर्ष पिता अब्दुल कलाम महनगांव थाना कोचाधामन को मारपीट किये जाने को लेकर मंगलवार संध्या लोगों द्वारा विरोध में जम कर हंगामा किये जाने के पश्चात घटनास्थल पर पहुंच कर एसडीओ मो शफीक, एसडीपीओ कामिनी वाला, सर्किल इंस्पेक्टर पुष्कर कुमार ने हंगामा कर रहे भीड़ को समझा-बुझा कर शांत किया तथा लोगों की मांग पर एएसआइ धर्मेंद्र कुमार को पीएनबी शाखा प्रतिनियुक्त समाप्त कर तत्काल ड्यूटी से हटा दिया़ मारपीट मामले को लेकर पीड़ित मो अजीम द्वारा कोचाधामन थानाध्यक्ष को एएसआइ धर्मेंद्र के विरुद्ध एक लिखित आवेदन एसडीओ मो शफीक एवं एसडीपीओ कामिनी बाला को सौंपा था़

शाखा प्रबंधक तौसीफ आलम द्वारा नोटबंदी के दौरान ग्राहकों को भयादोहन तथा अनियमितता बरतने की शिकायत एसडीओ को किये जाने पर उन्होंने लोगों को शांत तथा संयम से रहने की अपील की तथा माइक पर आक्रोशित लोगों को कहा कि आप लोगों की शिकायत पर मामले की जांच की जायेगी़ दोषी पाये जाने पर आरोपी के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी़ इससे पूर्व मारपीट की घटना को लेकर लोगों की भारी भीड़ द्वारा बैंक शाखा में पत्थरबाजी भी की गयी जहां सभी बैंक कर्मी शाखा का मुख्य तथा आंतरिक द्वार बंद कर अंदर दुबके रहे़ भीड़ को नियंत्रित करने में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि इम्तियाज अशफी उर्फ गुड्डू, कोचाधामन मुखिया जफर असलम, स्थानीय समाजसेवी मो अयुब, सीओ ओम प्रकाश भगत, एसआइ अभय कुमार, एएसआइ गोपाल चंद्र कर्मकार दल-बल सहित सबों को भारी मशक्कतों उठानी पड़ी़ परंतु हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा था़ आक्रोशित शाखा प्रबंधक एवं प्रतिनियुक्त एएसआई धमेंद्र कुमार के निलंबन की मांग पर अड़े थे़ तत्पश्चात एसडीओ, एसडीपीओ की अपील पर हंगामा शांत हुआ़ इधर शाखा प्रबंधक तौसीफ आलम ने बताया कि यहां बिचौलिये की स्वार्थ सिद्धि नहीं होने से हम पर अनाप-शनाप आरोप लगाये जाते है़ं बैंक ग्राहक सभी एक समान है मेरे द्वारा सबों को एक समान सम्मान दिया जाता है़ घटना की जानकारी मुझे दी गयी होती तो मैं अपने स्तर पर सुलझा लिया होता़

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