न्याय के रास्ते विकास करेगा बिहार, हम हर हाल में छुएंगे नई बुलंदी : नीतीश कुमार

अवधेश यादव/ किशनगंज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निश्चय यात्रा के तीसर चरण में दूसरे दिन गुरुवार को किशनगंज में कहा कि हम बिहार को नयी ऊंचाई पर पहुंचाना चाहते हैं. हमारा इतिहास गौरवशाली है. हमलोगों का रास्ता है न्याय के साथ विकास. समाज के हर तबके का उत्थान. महागंठबंधन के साझा कार्यक्रम सात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 7:18 AM
अवधेश यादव/ किशनगंज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निश्चय यात्रा के तीसर चरण में दूसरे दिन गुरुवार को किशनगंज में कहा कि हम बिहार को नयी ऊंचाई पर पहुंचाना चाहते हैं. हमारा इतिहास गौरवशाली है. हमलोगों का रास्ता है न्याय के साथ विकास. समाज के हर तबके का उत्थान. महागंठबंधन के साझा कार्यक्रम सात निश्चय को लागू कर दिया गया है. हमने शराबबंदी लागू की. इससे लोगों का जीवन स्तर बदल रहा है. शराबबंदी के सात माह के बाद जो आंकड़े हैं, वह बताते हैं कि एक ओर अपराध में कमी आयी हैं, तो दूसरी ओर लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी हैं.
साथ ही सीएम ने लोगों व जीविका की दीदियों से सचेत रहने की अपील की. उन्होंने 21 जनवरी को आयोजित होनेवाली मानव शृंखला में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा का आह्वान किया. शहर के रुईधासा मैदान में आयोजित चेतना सभा में पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने ठाकुरगंज में आइटीआइ का उद्घाटन किया और निर्माणाधीन पॉलिटेक्निक भवन का निरीक्षण किया. ठाकुरगंज से लौटने के बाद वह डीआरसीसी भवन गये. वहां उन्होंने शिकायत के लिए पहुंचे लोगों की समस्या सुनी. देर शाम सीएम ने अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट में बैठक की.
बिहार के हर जिले में खोला गया हैशिकायत निवारण केंद्र
चेतना सभा में नीतीश कुमार ने कहा कि अब किसी के दरवाजे पर शिकायत लेकर जाने की जरूरत नहीं है. हर जिले में लोक शिकायत निवारण केंद्र खोला गया है. वहां अपनी शिकायत लेकर जाएं. तय सीमा में निबटारा होता है. इस कानून को बनानेवाला बिहार पहला राज्य है.
पहले लोग प्रमाणपत्र के लिए महीनों चक्कर काटते थे. बिना शुल्क दिये काम नहीं होता था. हमने लोक सेवा अधिकार कानून बनाया. पांच साल में 54 करोड़ आवेदन निर्गत हुए. हमने सबसे पहले पंचायती राज निकायों में 50% आरक्षण दिया. हमने सात निश्चय को लागू कर दिया है. 12वीं के बाद आगे पढ़नेवाले युवाओं की संख्या मात्र 13% है. ऐसा इसलिए कि गरीबी है. अब जो भी युवा आगे पढ़ाना चाहेंगे, उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है. जो युवा रोजगार की तलाश में हैं, उन्हें एक हजार मासिक स्वयं सहायता भत्ता देंगे. इसके लिए जिला रजिस्ट्रेशन केंद्र खोला गया. हम कोई भी काम पूरी तैयारी में करते हैं. हर घर में नल का जल, हर घर में शौचालय बनायेंगे. चार साल के अंदर ये सभी काम होने हैं. 2017 तक हर घर में बिजली पहुंचा देंगे. हमने जो कहा है, किया है.
शराबबंदी से बदला जीवन स्तर
नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले साल एक सम्मेलन में महिलाओं ने आवाज लगायी कि शराब बंद कीजिए. हमने कहा, सत्ता में फिर आये, तो बंद कर देंगे. आते ही शराबबंदी का एलान कर दिया. आज शराबबंदी से गांव का वातावरण बदल गया है. पूरी शांति है. जिसके पति शराब पीते थे, वे अब सब्जी खरीद कर लाते हैं. सामाजिक परिवर्तन की बुनियाद पड़ी है. सीएम ने सभा में मौजूद जीविका की दीदियों से सचेत रहने की अपील करते हुए कहा, यहां जो दीदीयां हैं, उनका फर्ज है कि सतत निगरानी रखें. समाज में तरह-तरह के लोग हैं. अगर शराब नहीं मिल रही है, तो दूसरी चीज पीने लग सकते हैं. इसलिए इस पर नजर रखिए. सीएम ने कहा कि शराबबंदी के पक्ष में जो माहौल है, उसे संकल्प व्यक्त करने के लिए दो माह तक अभियान चलायेंगे. 21 जनवरी को शुरुआत होगी.
पूरे बिहार में मानव शृंखला बनायी जायेगी. 45 मिनट के लिए हाथ में हाथ मिला कर खड़े रहेंगे. हर जिले के अंदर भी हम शृंखला बनायेंगे. दो करोड़ लोग भाग लेंगे. यह दुनिया का रिकॉर्ड बनेगा. दुनिया देखेगी कि बिहार कितना जागरूक है. सीएम ने हाथ उठा कर लोगों को संकल्प दिलाया कि वे मानव शृंखला में शामिल होंगे.

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