शिक्षा को किया फोकस, छात्रों ने सराहा
किशनगंज : आम बजट पेश होने के साथ ही अलग-अलग वर्ग के लोगों ने इसकी खामियों और अच्छाइयों का आकलन शुरू कर दिया है. युवा, विद्यार्थी, बुजुर्ग, किसान, कारोबारी व महिलाओं से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोग अपने-अपने लाभ-हानि देख रहे हैं. ज्यादातर लोग बजट को सराह रहे हैं. उनको उम्मीद है […]
किशनगंज : आम बजट पेश होने के साथ ही अलग-अलग वर्ग के लोगों ने इसकी खामियों और अच्छाइयों का आकलन शुरू कर दिया है. युवा, विद्यार्थी, बुजुर्ग, किसान, कारोबारी व महिलाओं से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोग अपने-अपने लाभ-हानि देख रहे हैं.
ज्यादातर लोग बजट को सराह रहे हैं. उनको उम्मीद है कि बजट में जो प्रावधान किये गये हैं, उससे आम लोगों के साथ ही उनको भी लाभ होगा. अच्छे दिनों की उनकी उम्मीदें पूरी होंगी.
बजट में शिक्षा को लेकर ग्रामीण इलाकों को फोकस किया गया है. युवाओं के लिए एक लाख 30 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. ऐसे में पिछड़े ब्लॉकों में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए पैसे की कमी आड़े नहीं आएगी. ग्रामीण इलाके शिक्षा के क्षेत्र में अब भी काफी पिछड़ा हुए हैं. सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर काफी निम्न है। इस बजट के बाद उसमें बेहतरी आने की संभावना है. अक्षिता साहा, छात्रा
आज के जमाने में पारंपरिक शिक्षा का महत्व घट रहा है.
अब तकनीकी शिक्षा की जरूरत है. इस बजट में 4000 करोड़ रुपये की लागत से कौशल अर्जन ज्ञान जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा. छात्रों को अपनी रुचि के हिसाब से तकनीकी ज्ञान लेने में सहायता मिलेगी. यह प्रशिक्षण मिलने के बाद वे या तो स्वयं का रोजगार शुरू कर सकते हैं या फिर नौकरी का भी विकल्प खुला हुआ है. निशांत जैन, छात्र
बजट का जो प्रारूप है, यदि उस पर सही से अमल होता है तो यह काफी हद तक शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने वाला है. कौशल विकास पर जोर दिया गया है, जो समय की मांग है. देश में डॉक्टरों की काफी कमी है. ऐसे में मेडिकल इंस्टीट्यूट के बढ़ने से यह कमी खत्म हो जाएगी. मेरे हिसाब से यह एक अच्छा बजट है.राजू छाजेड़, छात्र