एनएफ रेलवे यूनियन ने मनाया काला दिवस
आक्रोश. कर्मियों ने बोर्ड के फैसले का किया विरोध रेलवे यूनियनों में 4200 या अधिक ग्रेड पे वाले पर्यवेक्षक पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे सिर्फ साधारण सदस्य बन सकते है़ं इसी के विरोध में एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन ने आक्रोश जताया. किशनगंज : रेलवे बोर्ड के पत्रांक संख्या 2017/ (आरएल ) ई/आरए/1 द्वारा आदेश दिया गया […]
आक्रोश. कर्मियों ने बोर्ड के फैसले का किया विरोध
रेलवे यूनियनों में 4200 या अधिक ग्रेड पे वाले पर्यवेक्षक पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे सिर्फ साधारण सदस्य बन सकते है़ं इसी के विरोध में एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन ने आक्रोश जताया.
किशनगंज : रेलवे बोर्ड के पत्रांक संख्या 2017/ (आरएल ) ई/आरए/1 द्वारा आदेश दिया गया है कि रेल यूनियनों में 4200 या अधिक ग्रेड पे वाले पर्यवेक्षक पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे सिर्फ साधारण सदस्य बन सकते है़ं इसी के विरोध में एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन किशनगंज एवं अलुआबाड़ी रोड शाखा ने सोमवार को काला दिवस मना कर विरोध जताया. उन लोगों ने सभी रेलवे के कार्यालयों में घुम घुम कर सभी कर्मचारियों को इससे अवगत कराया कि रेलवे बोर्ड एवं भारत सरकार का ये तुगलकी फरमान सिर्फ और सिर्फ कर्मचारियों की एकता को तोड़ने और ट्रेड यूनियनों को कमजोर करने का प्रयास है़
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन अखिल भारतीय स्तर पर रेलवे की प्रत्येक इकाई में रेलवे बोर्ड के इस तुगलकी फरमान के विरोध में संघ के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया़ किशनगंज एवं अलुआबाड़ी रोड शाखा के यूनियन पदाधिकारी एवं सदस्यों ने एक विज्ञापन सहायक मंडल अभियंता किशनगंज के माध्यम से रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड एवं रेल प्रबंधक मालीगांव को भेजा़
सयुक्त सचिव उमाशंकर राउत ने कहा कि हमारा यूनियन रेल बोर्ड के इस तानाशाही आदेश का विरोध करता है और रेल बोर्ड से इस आदेश को वापस लेने की मांग करता है़ कार्यक्रम में मुख्य रूप से किशनगंज शाखा की ओर से विमल कुमार, उमाशंकर राउत, दिनेश हरी, सचिन कुमार, उमेश कुमार, रवि कुमार, चंदन, पंकज, सौरभ एवं अलुआबाड़ी से नौशाद, राकेश, हेमन, संतोष आदि के साथ सैकड़ों की संख्या में यूनियन के सदस्यों ने भाग लिया.