ठाकुरगंज. पिछले कई दिनों से अनियमित विजली आपूर्ति के बाद अब लोगो का गुस्सा सड़क पर उतरने लगा है. सोमवार को ठाकुरगंज जलेबियामोड़, पावरहाउस के ग्रामीणों ने एनएच327 ई को घंटो जाम कर अपना विरोध प्रदर्शन किया . इसके पूर्व रविवार शाम को ठाकुरगंज किशनगंज पथ को महानंदा पुल के आस खरना के ग्रामीणों ने जाम कर विरोध किया था.
जलेबियामोड इलाके में आठ दिनों से नहीं है बिजली
ठाकुरगंज के जिलेबियामोड़ के साथ चुरली पंचायत के कुछ गांव मे विगत आठ दिनों से बिजली न रहने व नये ट्रांसफर की मांग को लेकर लोगों ने एन एच 327 ई फोरलेन को लगभग दो घंटे जाम रखते हुए बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया. बताते चले सोमवार को जब स्थानीय लोग बिजली समस्या के निदान के लिए पावरहाउस स्थित बिजली कार्यालय लिखित शिकायत देने पहुंचे. वहां उपस्थित कर्मियों ने लोगों की सुनवाई न करते हुए व्यवस्था की कमी का हवाला देते हुए कहा कि जाम के साथ जो भी करना है कीजिए. जिसके बाद आक्रोशित दर्जनों की संख्या मे लोगों ने एनएच 327 ई फोरलेन को दोनों ओर से जाम कर दिया. देखते -देखते ही सैकड़ों की संख्या में जाम स्थल पर लोगो का जमावड़ा लग गया. ठाकुरगंज में सोमवार को लगने वाली हटिया के कारण जाम काफी लंबा हो गया. इस दौरान बिजली विभाग हाय -हाय, बिजली बिल जोड़ -जोड के और बिजली दे तोड़ -तोड़ के आदि नारों के साथ ग्रामीणों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया. जाम के कारण फोरलेन के दोनों ओर के साथ सर्विस रोड पर भी सैकड़ों वाहनों की कतार लग गयी. लोग जाम में दो घंटे तक फंसे रहे. घटना की सूचना मिलते ही कुर्लीकोट थानाध्यक्ष सिद्दार्थ कुमार, बीडीओ सुमित कुमार,सीओ सुचिता कुमारी व ठाकुरगंज पुलिस घटनास्थल पर आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश करने लगे. लेकिन लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था.मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल, एसडीपीओ टू ठाकुरगंज मंगलेश कुमार सिंह स्थल पर पहुंचकर उनकी समस्याएं के समाधान का आश्वासन दिया. लेकिन आक्रोशित लोगों के नहीं मानने पर पूर्व विधायक ने दो घंटे में बिजली आपूर्ति व दो दिनों में ट्रांसफर नहीं बदलने पर ख़ुद लोगों के साथ धरना प्रदर्शन पर बैठने की बात पर लोग माने.जिसके बाद जाम टूटा और सैकड़ों वाहन सफर के लिए निकल सके.रविवार को महानंदा पुल के पास किया था सड़क जाम
रविवार देर शाम को महानंदा पुल के पास खरना गांव के लोगों द्वारा बिजली की समस्या को लेकर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था. स्थानीय युवाओं ने आगजनी कर बिजली विभाग के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया था. इस दौरान खरना के गुस्साए लोगों ने महानंदा पुल को भी जाम कर दिया. जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया. इस दौरान ग्रामीणों ने बताया की एक सप्ताह से ट्रांसफार्मर जले रहने पर विद्युत आपूर्ति बाधित है लेकिन विभागीय कर्मी चुप बैठे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है