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अंतरर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर छात्राओं ने निकाली जागरूकता रैली

अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम अंर्तगत बालिका उच्च विद्यालय डुमरिया के छात्राओं के बीच जागरूकता रैली का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 8:21 PM

किशनगंज.महिला एवं बाल विकास निगम व जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस अजमल ख़ुर्शीद के दिशा निर्देश पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अन्तर्गत अंतराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रम अंर्तगत बालिका उच्च विद्यालय डुमरिया के छात्राओं के बीच जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. रैली समाहरणालय परिसर से रवाना हो कर वन स्टॉप सेंटर होते हुए बालिका उच्च विद्यालय डुमरिया तक गई. छात्राओं के द्वारा कई नारे लगाए. जिसमें पढ़ेंगे पढ़ाएंगे साक्षर भारत बनाएंगे, दीप से दीप जलाएंगे साक्षर समाज बनायेंगे, साक्षरता हमें जगाती है शोषण से बचाती है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, हर बच्चा पढ़ेगा तब देश बढ़ेगा, पोषण भी पढ़ाई भी,सक्षम नारी सशक्त भारत जैसे कई नारे छात्राओं के द्वारा लगाए गए. डीईओ मोहम्मद ज़फ़र आलम ने बताया कि साक्षरता के मुख्यत: तीन आयाम है. पहला पढ़ना, दूसरा लिखना और तीसरा दैनिक जीवन के उपयोग में आने वाले गणित का हिसाब किताब करना. यदि ये तीनों आयाम जिस मनुष्य में आ गया हो तो समझें वो साक्षर हो गए हैं. साक्षर होने से मात्र जीवन का स्तर ही ऊंचा नहीं होगा बल्कि समाज और राष्ट्र भी उन्नत होगा. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस अजमल ख़ुर्शीद ने कहा कि आज साक्षरता दिवस के अवसर पर हम सभी संकल्प लें की कम से कम अपने घर परिवार में कोई भी निरक्षर नहीं रहे. बिना शिक्षा के जीवन अंधकारमय जैसा होता है. जिला मिशन समन्वय के शाहबाज़ आलम ने 21 वीं सदी के कौशल के बारे में शिक्षण कौशल महत्वपूर्ण सोच रचनात्मकता सहयोग और संचार,साक्षरता कौशल व मीडिया व प्रोद्योगिकी कौशल, जीवन कौशल के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. बालिका उच्च विद्यालय डुमरिया के प्रधानाध्यापिका श्रीमती सुनीता कुमारी के द्वारा बताया गया कि बिना शिक्षा के जीवन अंधकारमय जैसा होता है. शिक्षा एक ऐसा शस्त्र है जिसके माध्यम से हम सबकुछ पा सकते हैं. आज समाज प्रगति कर रहा है इसके बावजूद साक्षरता चुनौती बनी हुई है जिसे सबको मिलकर दूर करना है. केंद्र प्रशासक वन स्टॉप सेंटर शर्मा के द्वारा बाल विवाह, घरेलू हिंसा, लैंगिक हिंसा व समानता पर जानकारी दिया गया. उक्त रैली में वन स्टॉप सेंटर एवं डीएचईडब्लू के कर्मी सहित, बालिका उच्च विद्यालय डुमरिया के शिक्षक, शिक्षिका एवं सैकड़ों छात्राएं मौजूद थी.

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