जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कार्यक्रम आयोजित
गर्भवती महिलाओं के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध पौष्टिक भोजन की जानकारी को सामने लाने के लिए वृक्षारोपण, भोजन पकाने की विधि का आयोजन भी किया जा रहा है.
किशनगंज.अच्छा पोषण स्वास्थ्य को बनाए रखने, बीमारियों को रोकने और जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है . राष्ट्रीय पोषण माह जिला सहित पुरे भारत में राष्ट्रीय पोषण माह, पोषण अभियान के तहत एक पहल है जिसका उद्देश्य कमज़ोर आबादी के लिए पोषण संबंधी परिणामों को बढ़ाना है.
सितंबर में मनाया जाने वाला यह इस साल का 7वां राष्ट्रीय पोषण माह है. इसे एनीमिया, विकास निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ा भी, बेहतर शासन के लिए प्रौद्योगिकी और एक पेड़ मां के नाम की थीम के साथ मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय पोषण माह 2024 में पोषण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई गतिविधियां शामिल किया गया है जिसमें स्वास्थ्य जाँच, सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम और पोषण संबंधी पूरक आहार का वितरण. राष्ट्रीय पोषण माह कुपोषण को दूर करने और बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच बेहतर पोषण प्रथाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जिसको लेकर जिलाधिकारी तुषार सिंगला के के दिशा निर्देश में जिले की गर्भवती महिलाओं के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध पौष्टिक भोजन की जानकारी को सामने लाने के लिए वृक्षारोपण, भोजन पकाने की विधि का आयोजन भी किया जा रहा है. राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान सभी केंद्रों में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पोषण अभियान, जिसे पहले राष्ट्रीय पोषण मिशन के नाम से जाना जाता था, 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण में सुधार के लिए मार्च 2018 में शुरू हुआ था . इस कार्यक्रम का उद्देश्य बौनापन, कमज़ोरी और एनीमिया को कम करना है. पोषण अभियान के मुख्य घटकों में प्रौद्योगिकी का उपयोग, सामुदायिक भागीदारी और पौष्टिक भोजन तक बेहतर पहुंच के लिए न्यूट्री-गार्डन की स्थापना शामिल है. जिसमें कुपोषण से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आहार विविधता, खाद्य सुदृढ़ीकरण और बाजरा के उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया है.आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर दिन हो रहा पांच गतिविधियां आयोजित
जिला पोषण समन्वयक मंजूर आलम ने बताया कि अभियान के क्रम में हर दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर कम से कम पांच तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाना है. इसका प्रतिवेदन ससमय जन आंदोलन डैश बोर्ड पर अपलोड किया जाना है. प्रत्येक दिन उत्कृष्ट गतिविधि से संबंधित एक सफल कहानी संबंधित फोटो व प्रतिवेदन के साथ पोषण अभियान के व्हाट्स एप समूह में साझा करना अनिवार्य होगा. उचित पोषाहार के सेवन के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से पूरे जिले में पोषण रैली, प्रभात फेरी, साइकिल रैली, शपथ ग्रहण कार्यक्रम व हस्ताक्षर अभियान संचालित किये जाने की जानकारी उन्होंने दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है