ठाकुरगंज. ”हैलो, डियर यूजर… मैं मोबाइल कंपनी से बोल रही हूं…, आपको सूचित करना चाहते हैं कि आपके नाम से रजिस्टर्ड यह मोबाइल नंबर अगले दो घंटे में बंद हो जाएगा. अधिक जानकारी के लिए 9 प्रेस करें.” अगर अनजान नंबर से ऐसा कोई फोन कॉल आता है तो कोई भी एक्शन लेने से पहले सोच-समझ के कदम उठायें. आजकल अनजान मोबाइल नंबर से आई कॉल रिसीव करने पर इस तरह का रिकॉर्डेड मैसेज लोगों को मिल रहा है. ऐसे कॉल से अधिकतर लोग न सिर्फ टेंशन में आ रहे हैं बल्कि हड़बड़ी में बताये गये उस नंबर को प्रेस कर यह जानने की कोशिश कर देते हैं कि आखिर उनका नंबर किन कारणों से बंद हो जाएगा. ऐसी अनेकों कॉल्स हर रोज मोबाइल यूजर को मिल रही हैं. अगर आप के पास भी इस तरह का कॉल आए तो घबराएं नहीं. यह भारत सरकार का दूरसंचार विभाग नहीं बल्कि साइबर ठगों का नया पैतरा है. इस दौरान फोन करने वाला खुद को किसी कंपनी का कस्टमर एग्जीक्यूटिव बताता है और यूजर से उनकी डिटेल्स मांगता है. आखिर में शातिर तरीके से यूजर की ओटीपी डिटेल्स लेकर उसके अकाउंट में मौजूद पैसे उड़ा लिए जाते हैं.
कॉल पर तुरंत कोई रिएक्शन न दें
अगर आपको इस प्रकार की कॉल आती है, तो कोई भी नंबर दबाने से बचें, चाहे वह “9” हो या कोई और. इससे स्कैमर्स को पता चल जाता है कि आपका नंबर एक्टिव है और वो आगे के स्कैम अटैक्स के लिए आपको टारगेट कर सकते हैं.
फोन कॉल काट दें
ऐसी किसी भी कॉल को तुरंत काट दें. इसके बाद आप कॉल करने वाले नंबर को ब्लॉक कर सकते हैं ताकि भविष्य में उस नंबर से कोई कॉल न आ सके.
अपनी जानकारी शेयर न करें
फोन पर अपनी कोई भी निजी जानकारी, जैसे कि बैंक डिटेल्स, ओटीपी या सिम से जुड़ी जानकारी कभी भी साझा न करें. सही कंपनियां और सरकारी एजेंसियां ऐसी जानकारी कभी भी फोन पर नहीं मांगतीं.
किसी लिंक पर क्लिक न करें
अगर कॉलर आपको किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है, तो वह लिंक फिशिंग वेबसाइट हो सकती है, जो आपकी जानकारी चुरा सकती है.
फर्जी कॉल को कैसे पहचानें
वैध कंपनियां या सरकारी एजेंसियां आपके साथ बातचीत करने से पहले आमतौर पर आपको ई-मेल या दूसरे तरीके से जानकारी देती हैं. अगर कॉल में धमकी दी जाती है कि आपका सिम बंद हो जाएगा या कोई दूसरा नुकसान होगा, तो यह तय रूप से एक स्कैम कॉल हो सकती है. अगर कॉलर आइडी पर अनजान नंबर दिख रहा है, तो सतर्क रहें.कहां करें फ्रॉड स्कैम की शिकायत
आप नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं. यह पोर्टल सरकार ऑपरेट है और धोखाधड़ी की घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए इसे खास तौर से बनाया गया है. आप अपने टेलीकॉम ऑपरेटर को भी इस तरह की कॉल्स के बारे में बता सकते हैं. वो कॉलर को ट्रैक करने और आपकी सेफ्टी के लिए जरूरी कदम उठा सकते हैं. आप ट्राय को भी शिकायत कर सकते हैं. वो ऐसी कॉल्स के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं. अगर आपको लगता है कि आपको इस प्रकार के स्कैम से खतरा हो सकता है, तो आप अपने नजदीकी साइबर सेल में जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं. सरकार की तरफ से बनाये गये पोर्टल संचार साथी चक्षु पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है