किशनगंज.हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भैया दूज का पर्व मनाया जाता है. इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. यह पर्व भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं, उन्हें नारियल भेंट करती हैं और भाई अपनी बहनों के लिए उपहार लेकर आते हैं.
भाई दूज का महत्व
इस दिन की मान्यता है कि यमुना ने अपने भाई यम को आदरपूर्वक भोजन कराया था. सूर्य की पुत्री यमुना को सभी दुखों का निवारण करने वाली माना जाता है. यह भी माना जाता है कि इस दिन यम की पूजा करने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है.बंगाल समुदाय के लोग भाई फोटा के रूप में आज मनायेंगे पर्व
बंगाली समुदाय में भैया दूज भाई फोटा के नाम से मनाया जाता है. इस त्योहार का बंगाली समुदाय के लोगों में भी विशिष्ट महत्व है. कैलेंडर के अनुसार, भाई फोटा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. भाई फोटा एक ऐसा त्यौहार है जो भाई-बहन के बीच अटूट बंधन, प्रेम और सद्भावना का प्रतीक है। जिले में कई जगहों पर बड़ी संख्या में बंगाली समुदाय के लोग रहते है. जो यह त्योहार उत्साह के साथ मनाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है