किशनगंज. नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत बस स्टैंड, रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे व खगड़ा मेला परिसर स्मैक बेचने वालों और खरीदने वालों की मंडी बन चुकी है. हालात यह है कि दर्जनों की संख्या में बेचने वाले और उसके दस गुना ज्यादा खरीदारों की आवाजाही लगी रहती है. आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन सालों में जीतने भी स्मैक तस्कर या डिलीवरी बॉय पुलिस की पकड़ में आए, ज्यादातर या तो खगड़ा मेला परिसर या फिर बस स्टैंड रेलवे ओवरब्रिज के नीचे से पकड़ में आये है. दरअसल यह लोग पर्दे के पीछे से अपना धंधा चलाते हैं और स्मैक की बिक्री के लिए इन लोगों ने डिलीवरी बॉय रखा हुआ है, जो स्मैक की पुड़िया बनाकर पीने वालों को बेचते हैं. पुलिस जब भी छापेमारी करती है तो 90 फीसदी मामलों में यह डिलीवरी बॉय ही हाथ लगते हैं और बड़े तस्कर बच जाते हैं. आलम यह है स्मैक के नशे के दलदल में फंसकर अब तक पिछले एक साल में दर्जनों युवा अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं दर्जनों युवा स्मैक के नशे के सेवन से धीरे-धीरे मौत के मुंह में समा रहे हैं. दिन भर खुले आम इन जगहों पर स्मैक की बिक्री होती है, लेकिन अब तक पुलिस प्रशासन के द्वारा ठोस कदम नहीं उठाने से इनके हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन स्मैक बेचने वालों की वजह से हरदम यहां स्मैक पीने वालों की भीड़ लगी रहती है, जो स्मैक के नशे में आए दिन लड़ाई-झगड़ा या चोरी की घटना को अंजाम देते हैं.
कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ गौतम कुमार ने बताया कि स्मैक बेचने की सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करती है. एसपी के निर्देश पर लगातार स्मैक तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. धंधे से जुड़े कई आरोपितों को जेल भी भेजा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है