मवेशी व्यवसायी से छिनतई की घटना से सहमे व्यवसायी, अब तक अपराधियों का नहीं मिला सुराग
व्यवसायियों का कहना है कि इस इलाके में जिस तरह अपराधी फन उठा रहे है, इससे व्यवसायी वर्ग असुरक्षित महसूस कर रहा है.
किशनगंज. जिले के पोठिया प्रखंड में मंगलवार को दिनदहाड़े लूट की घटना से लोग सहमे है. रामगंज-पोठिया मार्ग पर मवेशी व्यापारी से बीते मंगलवार को साढ़े छह लाख की लूट की घटना के बाद बुधवार को यह सड़क मार्ग बिल्कुल सुनसान रहा. व्यवसायी वर्ग इस प्रकार की घटना को लेकर काफी दहशत में हैं. व्यवसायियों का कहना है कि इस इलाके में जिस तरह अपराधी फन उठा रहे है, इससे व्यवसायी वर्ग असुरक्षित महसूस कर रहा है. व्यवसायियों में असुरक्षा की भावना पनपने लगी है. बता दें कि पोठिया थाना क्षेत्र में लूट की यह दूसरी बड़ी घटना है. इससे पूर्व वर्ष 2012 में थाना क्षेत्र के बागमारा-जालुचौक के बीच उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक शाखा पोठिया के प्रबंधक से दिनदहाड़े नकाबपोश बदमाशों ने 12 लाख रुपये की लूट घटना को अंजाम दिया था. ईधर मंगलवार को हुई घटना की सूचना मिलने पर निःवर्तमान थानाध्यक्ष निशाकांत कुमार,सर्किल इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह एवं एसडीपीओ-टू मंगलेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी है. ईधर वरीय पुलिस पदाधिकारी के द्वारा टीम गठित कर पश्चिम बंगाल के रामगंज की सीमा पर स्थित कई दुकानों में लगे सीसीटीवी को खंगाला गया. पुलिस का दावा है कि अपराधकर्मी जल्द ही गिरफ्त में होंगे. पीड़ित व्यापारी मो फैजान ने बताया कि मंगलवार को रामगंज हाट में मवेशियों की बिक्री के बाद नगदी छह लाख पचास हजार रुपये लेकर इस रास्ते से जालमिलिक ठाकुरगंज अपने घर जा रहे थे. इसी दौरान दो बाइक पर सवार चार युवक बंगाल सीमा रामगंज से उनका पीछा कर बिहार में प्रवेश किया. पीड़ित ने बताया कि जब वह रामगंज बाजार से निकले तो एक अज्ञात युवक ने उनका मोबाइल नंबर लिया और पूरे रास्ते उन्हें फोन कर डिस्टर्ब करता रहा. वह जैसे ही पानबाड़ा एवं भेंगलीभीठा गांव के समीप बांसझार के पास पहुँचे तो पहले से दो बदमाशों ने पक्की सड़क पर बांस गिराकर उनके बाइक को रोक दिया तथा बंदूक के बट से मुंह मे वार कर उन्हें लहूलुहान करते हुए जमीन पर दिया तथा बैंग में रखा छह लाख पचास हजार लेकर बंगाल की तरफ भाग निकलें. उल्लेखनीय है कि निःवर्तमान थाना निशाकांत कुमार के ढाई वर्षो के कार्यकाल तथा स्थानांतरण के तीसरे दिन अपराधियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. निःवर्तमान थानाध्यक्ष के पोठिया थाना में सेवा के दौरान एक भी लूट की वारदात इस क्षेत्र में नही घटी. क्राइम पर किस प्रकार कंट्रोल था इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है.
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