जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित दो बच्चों को निःशुल्क सर्जरी के लिए भेजा अहमदाबाद
मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है.
किशनगंज. मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जिले में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है. कोचाधामन प्रखंड के एक वर्षीय समशाद अली और 8.5 वर्षीय फकीया नाज को निःशुल्क ओपन हार्ट सर्जरी के लिए अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल भेजा गया. यह राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम की सक्रियता और सरकार की जनकल्याणकारी योजना का परिणाम है, जिससे इन बच्चों को नई जिंदगी मिलने की उम्मीद है.
जिन बच्चों को इलाज के लिए भेजा गया है उनमें समशाद अली उम्र 1 वर्ष, पिता का नाम अब्दुल हकीम, निवासी प्रखंड कोचाधामन और फकीया नाज: उम्र 8.5 वर्ष, पिता का नाम फिरोज आलम, निवासी प्रखंड कोचाधामन शामिल है. दोनों बच्चों को जन्म से ही हृदय में छेद की समस्या थी, जिसके कारण उनके सामान्य जीवन में बाधाएं आ रही थीं. समय पर इलाज न होने से उनकी हालत और बिगड़ सकती थी.मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का सकारात्मक प्रभाव
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत अब तक जिले में 60 से अधिक बच्चों की सफल सर्जरी की जा चुकी है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य जन्मजात विकृतियों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को निःशुल्क और समुचित इलाज उपलब्ध कराना है. अहमदाबाद के सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल में दोनों बच्चों का इलाज विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में किया जाएगा.आरबीएसके टीम की भूमिका
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम बच्चों को जीवनदान देने में अहम भूमिका निभा रही है. टीम नियमित रूप से प्रखंड स्तर से लेकर गांवों तक भ्रमण कर ऐसे बच्चों को चिन्हित करती है, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. इसके बाद उन्हें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करती है. टीम में चिकित्सक, एएनएम और फार्मासिस्ट शामिल होते हैं, जो बच्चों की स्क्रीनिंग और इलाज के लिए जिम्मेदार हैं.सरकार के सहयोग से मुफ्त इलाज और सुविधाएं
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है. इसमें मरीज और उनके एक अभिभावक के रहने, खाने, और आने-जाने का पूरा खर्च सरकार उठाती है. साथ ही इलाज के बाद बच्चों का फॉलोअप भी सुनिश्चित किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है