मुख्यमंत्री के जाने के बाद अब क्रेडिट लेने की मची होड़

ख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अपने प्रगति यात्रा के क्रम में किशनगंज आए हुए थे और इस अवसर पर उन्होंने जिले को करीब दर्जनभर जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 514 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति को हरी झंडी दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 22, 2025 8:06 PM

पौआखाली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अपने प्रगति यात्रा के क्रम में किशनगंज आए हुए थे और इस अवसर पर उन्होंने जिले को करीब दर्जनभर जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 514 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति को हरी झंडी दी है. हालांकि मुख्यमंत्री के जाने के बाद स्वीकृत योजनाओं पर क्रेडिट लेने की सियासत भी तेज हो गई है. दरअसल ठाकुरगंज प्रखंड में ठाकुरगंज- किशनगंज मार्ग पर तैयबपुर के समीप महानंदा नदी पर नए पुल निर्माण और कटहलडांगी से मुंशीभिट्ठा कॉलेज मोड़ होते हुए धर्मकांटा तक बायपास सड़क निर्माण योजना की हरी झंडी मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ठाकुरगंज के राजद विधायक सऊद आलम ने उनके द्वारा किए गए अथक प्रयास का ही इसे परिणाम बताया है. विधायक सऊद आलम करीब चार वर्ष पूर्व यानी 17 मार्च 2021 में सदन के पटल पर रखे गए तारांकित प्रश्न संख्या 2269 का हवाला देते हुए कहा है कि उन्होंने महानंदा नदी पर पुराना लोहा पुल के स्थान पर नए पुल निर्माण से संबंधित सवाल संबंधित विभाग के मंत्री से पूछा था. जिसपर संबंधित विभाग से दिनांक 31 अगस्त वर्ष 2021 में जवाब के माध्यम से यह आश्वासन मिला था कि किशनगंज जिलांतर्गत किशनगंज से तैयबपुर -ठाकुरगंज – गलगलिया पथ में 42 वें किमी में पुराने लोहे के पुल के स्थान पर नए पुल निर्माण का प्राक्कलन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा तैयार किया गया है वर्तमान में जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति प्रक्रियाधीन है, स्वीकृति पश्चात निविदा का कार्य कराने का लक्ष्य है. इसी तरह दिनांक 15 जुलाई वर्ष 2023 को पत्र लिखकर ठाकुरगंज के कटहलडांगी से मुंशीभिट्ठा कब्रिस्तान कॉलेज मोड़ होते हुए धर्मकांटा तक बायपास सड़क निर्माण की मांग पथ निर्माण मंत्री से मेरे द्वारा की गई थी. विधायक ने कहा कि दोनों ही योजनाओं की स्वीकृति के लिए उनका निरंतर प्रयास जारी था योजनाओं की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री को उन्होंने साधुवाद दिया है. लेकिन वहीं उन्होंने सीएम के प्रगति यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुरक्षा घेरे तक ही सीमित रह गए, उपस्थित आमजन से उनका सीधा संवाद स्थापित नही होना आमजन को कहीं ना कहीं निराश किया है. काफी लोग थें जो अपनी समस्याओं से अवगत कराने आवेदन लेकर पहुंचे थें किंतु उनकी पहुंच से काफी दूर दिखे नीतीश कुमार. विधायक सऊद आलम ने कहा कि भारत नेपाल सीमा तक कद्दूभिट्ठा जियापोखर वाया पौआखाली डेरामारी पथ के चौड़ीकरण की मांग की अनदेखी ने भी लोगों को निराशा किया है.

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