बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रखंड मुख्यालय में दिया धरना
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ठाकुरगंज प्रखंड मुख्यालय में धरना दिया. इस दौरान बीडीओ अहमर अब्दाली को ज्ञापन सौंपा गया.
ठाकुरगंज.बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को ठाकुरगंज प्रखंड मुख्यालय में धरना दिया. इस दौरान बीडीओ अहमर अब्दाली को ज्ञापन सौंपा गया. इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष उतम दास ने बताया कि जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता, तब तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि जब नीति आयोग के द्वारा जारी एक्सपर्ट इंडेक्स में बिहार का देश में ओवरऑल 22 वें स्थान पर बताया गया है तो स्पष्ट हो जाता है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. 2013 में केंद्र द्वारा गठित रघुराम राजन समिति ने बिहार को सबसे कम विकसित श्रेणी में रखा था. 2015 की चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के साथ सवा लाख करोड़ का विशेष पैकेज देने की भी घोषणा की थी. 2005 में सीएम बनते ही नीतीश कुमार ने केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा मांगा था. हालांकि इसका बीजारोपण बिहार- झारखंड विभाजन के समय ही हो गया था. जब बिहार की सारी खनिज संपदा झारखंड में चली गयी थी. बिहार का बंटवारा अटल जी के शासन में किया गया था. भाजपा ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के साथ दो लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने का वादा किया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ. 18वीं लोकसभा के पहले बजट के पहले दिन से ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कांग्रेस राजद के साथ करते आ रहा है. मोदी सरकार ने प्रत्येक वर्ष आने वाली बाढ़ के लिए विशेष राहत दी जाने वाली और सभी प्रदेश को जोड़ने वाली सड़क निर्माण की राशि को विशेष पैकेज बता कर बिहार को झुनझुना थमा रहे हैं. इस दौरान मोहम्मद लाल तेज नारायण, खुर्शीद आलम, अजय जैन, रमेश जैन, गणेश राम, रामचंद्र यादव, मोहम्मद हकीम, हम्माद अशरफी, जमील अख्तर, मुन्ना, आबिद, अशफाक आलम, मंसूर आलम, इब्राहिम, सलीम आदि मौजूद थे.
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