सोनामनी धार पर क्षतिग्रस्त पुल बनी सीमावर्ती ग्रामीणों की मुसीबत, आक्रोश
ठाकुरगंज में ग्राम पंचायत बंदरझूला के वार्ड संख्या सात में सोनामनी धार पर कई वर्षों पूर्व से क्षतिग्रस्त अवस्था में है.
पौआखाली.जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत भारत नेपाल सीमा स्थित ग्राम पंचायत बंदरझूला के वार्ड संख्या सात में सोनामनी धार पर कई वर्षों पूर्व से क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़े आरसीसी पुल सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की दर्द की कहानी बयां कर रही है. क्षेत्रवासियों ने ऐसी बदहाल व्यवस्था के लिए जनप्रतिनिधियों को जिम्मेवार ठहराया है. दरअसल पंचायत के भट्ठा चौक से उत्तर दिशा की ओर भेंडरानी गांव होते हुए नेपाल सीमा तक जाने वाली सड़क को सोनामनी धार दो हिस्सों में बांटती है. आजादी के बाद पहली बार पूर्व विधायक गोपाल कुमार अग्रवाल ने अपने विधायकी कार्यकाल में ग्रामीणों की मांग पर उक्त धार पर आरसीसी पुल का निर्माण कराकर सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों को एक उम्मीद का तोहफा दिया था. किंतु, हाल के कुछ वर्षों में बाढ़ की विभीषिका में यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिस कारण भारत और नेपाल के सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों के यातायात रोजगार सहित स्वास्थ्य शिक्षा और सुरक्षा जैसी सुविधाएं प्रभावित हो गई हैं. पुल के क्षतिग्रस्त होने से बरसात के दिनों में उक्त धार पर जलस्तर में वृद्धि से सोनामनी भेंडरानी गांव के लोगों की समस्याएं तो बढ़ती ही है साथ ही पुल के उत्तरी हिस्से में स्थापित सरकारी स्कूल और एसएसबी कैंप तक नागरिकों, छात्र छात्राओं, शिक्षकों और एसएसबी के जवानों एवम पदाधिकारियों को आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. बरसात के दिनों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ग्रामीणों और एसएसबी जवानों के संयुक्त प्रयास से चचरी पुल का निर्माण कराकर आवाजाही की सुविधा प्रदान की जाती है ताकि रोजी रोजगार सहित तमाम सुविधाएं दोनो ही मुल्कों के ग्रामीणों को उपलब्ध हो सके. पंचायत के मुखिया इकरामुल हक ने बताया है कि पिछले दो तीन वर्षों से इस क्षतिग्रस्त पुल के नवनिर्माण हेतु जिला प्रशासन और तमाम जनप्रतिनिधियों से मांग हो रही है मगर आश्वासन के सिवाए इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई अबतक नजर नही आ रही है.