बाबा गणिनाथ-गोविंद जी महोत्सव में उमड़े श्रद्धालु
गवान शिव के मानस पुत्र और मधेशिया वैश्य कानू समाज के कुल देवता संत शिरोमणि बाबा गणिनाथ गोविंद की जयंती सह वार्षिक पूजनोत्सव का आयोजन पूरे विधि विधान और नियम निष्ठा से शनिवार को किया गया.
धूम-धाम से मनायी गई बाबा गणिनाथ की जयंतीहजारों की तादाद में उपस्थित हुए श्रद्धालुश्रद्धा और भक्ति से की कुल देवता की पूजा.
कानू समुदाय को एक जुट होने का किया गया आह्वानकानू समुदाय को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने की जतायी उम्मीद.किशनगंज.भगवान शिव के मानस पुत्र और मधेशिया वैश्य कानू समाज के कुल देवता संत शिरोमणि बाबा गणिनाथ गोविंद की जयंती सह वार्षिक पूजनोत्सव का आयोजन पूरे विधि विधान और नियम निष्ठा से शनिवार को किया गया.जिसके तहत सुबह सबसे पहले समिति के सदस्यों के साथ पूरे धूम-धाम से झंडोत्तोलन का कार्य संपन्न किया गया.इसके बाद विधिवत पूजा अर्चना की गई.जिसके बाद हवन कार्यक्रम में समाज के सभी लोग सपरिवार सम्मिलित हुए.सबसे अंत में प्रसाद का वितरण करने के बाद विशाल भंडारा का आयोजन किया गया.जिसमें सैकड़ों लोगों ने मौके पर पहुंचकर भंडारा का अन्न ग्रहण किया. किशनगंज के श्री दिगंबर जैन भवन में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा गणिनाथ पूजनोत्सव भव्यता व स्वजातीय सम्मेलन पूरे हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ.श्री दिगंबर जैन भवन में आयोजित पूजनोत्सव में क्षेत्र के विभिन्न इलाक़ों सहित जिले के सभी प्रखंड के अलावे बंगाल से आये स्वजातीय लोगों व भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित हुए पूजन कार्यक्रम का शुभारंभ निर्धारित समय पर वैदिक मन्त्रोच्चारण एवं हवन के साथ प्रारंभ हुआ.कुल देवता बाबा गणिनाथ गोविन्द जी के भक्तों का उत्साह देखने लायक था.
समाज को जोड़ने की आवश्यकता
इस अवसर पर अपने संबोधन में आगत अतिथियों ने कहा कि कानू समाज की बड़ी आबादी है.लेकिन एकजुटता और आपसी ताल मेल में कमी के कारण लोग टुकड़ो में बंटे हुए है जिन्हें एक जुट करने की जरुरत है.साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में लगातार बेहतर करने की जरूरत है.कानू समाज उच्च आदर्शों और बेहतर संस्कार के लिए जाना जाता है.अपने समाज को संगठित करने की आवश्यकता है.जबकि कुल देवता के मंदिर निर्माण को लेकर भी चर्चा की गई.वहीं बतौर मुख्य अतिथि कटिहार निवासी अजय साह ने कहा कि अब समय सभी को एकजुट करने का है.समाज को शिक्षा के महत्व को पहचानते हुए इस पर मेहनत करने की आवश्यकता है.अशोक गुप्ता ने अपने संबोधन में बाबा गणिनाथ के जीवन और उनकी महिमा पर विस्तार से चर्चा की.जबकि मनोज गुप्ता गट्टानी ने अपने संबोधन में कहा की कानू समाज की बड़ी आबादी है लेकिन एकजुटता और आपसी ताल मेल में कमी के कारण लोग टुकड़ो में बंटे हुए है जिन्हें एक जुट करने की जरुरत है. इस पुनीत अवसर पर समाज के गणमान्य लोगों को शाल ओढाकर उन्हें सम्मानित किया गया.जबकि बाबा के मंदिर निर्माण को लेकर भी चर्चा की गई.कार्यक्रम में एक दर्जन से भी अधिक वक्ताओं ने अपनी बात रखी.दो बजे से संस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई जिसमें भजन गायकों ने एक से एक बेहतरीन भजन की प्रस्तुति देकर शमा बांध दिया लोग झूमते रहें.
ये सभी थे मौजूद
कार्यक्रम को सफल बनाने में कानू युवा मंच और महिला मंच का भी सराहनीय योगदान रहा इस अवसर पर नीरज रंजन,वरिष्ठ अधिवक्ता शिशिर दास,रेड क्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष मिक्की साहा,जय शंकर प्रसाद लाला,अशोक चंद गुप्ता,विनय गुप्ता,मनोज गुप्ता गट्टानी,जय शंकर प्रसाद लाला, रामबाबू साह, शत्रुघ्न गुप्ता,संजय साह,बलदेव साह,राजेश गुप्ता,शिव शंकर गुप्ता, अभिषेक गुप्ता,अशोक गुप्ता,अभय गुप्ता,नवीन गुप्ता,अजय गुप्ता,अजीत गुप्ता,राज कपूर गुप्ता,अरविंद गुप्ता,पप्पू गुप्ता,राकेश गुप्ता,सुबोध साह,गुड्डू गुप्ता इस्लामपुर, जितेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, किरण गुप्ता, रत्ना गुप्ता,सरिता गुप्ता सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश गुप्ता ने की. जबकि मंच संचालन अजय गुप्ता ने किया.
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