किशनगंज.जिला अभिलेखागार से लोगों को जमीन संबंधी खतियान, नकल, सच्ची प्रतिलिपि समेत अन्य कागजातों को निकलवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला अभिलेखाकार से बीते एक माह से खतियान की नकल नहीं मिल पा रही है. जिस कारण स्थानीय जनता को तमाम दस्तावेजों को बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. कभी चुनाव तो कभी साहेब के छुट्टी पर रहने के कारण जो अभिलेख जिला अभिलेखाकार में नहीं है उसके लिए संबंधित अंचल को भी पत्र निर्गत नहीं हो रहा है. इस कारण जिले के विभिन्न प्रखंडों के दूर- दराज से आये ग्रामीण बैरंग लौटने को विवश हैं. इस बाबत एक ठाकुरगंज प्रखंड के आवेदनक कि बैंक के कार्य के लिए उनके वकील ने 10 अपैल को किशनगंज जिला मुख्यालय के जिला अभिलेखाकार में आवेदन देकर खतियान की मांग की थी. कभी कर्मियों की चुनाव में व्यस्तता के नाम पर मामला ठंडा बस्ता में डाल दिया गया. अब जब चुनाव खत्म हो गए तो यह कहा गया कि उक्त खाते की प्रतिलिपि किशनगंज में नहीं है.इसे ठाकुरगंज अंचल से लेना होगा.लेकिन ठाकुरगंज अंचल को पत्र निर्गत करने के लिए जो अधिकारी नियुक्त है वे छुट्टी पर रहने के कारण आवेदक का कार्य नहीं हो पा रहा है
रंगामनी-काशीबाड़ी पथ के मरम्मतीकरण कार्य में अनियमितता का आरोप
कोचाधामन.प्रखंड के रंगामनी – काशीवाड़ी भाया परिहालपुर पथ के मरम्मतीकरण कार्य में अनियमितता बरते जाने का मामला सामने आया है.स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणों ने इसका विरोध कर इसकी सूचना विभागीय अधिकारी को भी दी है. स्थानीय सरपंच प्रतिनिधि मैसर आलम, असफाक आलम, सोहेल आलम,खुर्शीद अनवर आदि ग्रामीणों ने कहा कि सड़क मरम्मतीकरण का कार्य में अनियमितता बरती जा रही है.नियम के विपरीत कार्य किया जा रहा है इस पर जिला प्रशासन को संज्ञान लेने की जरूरत है.उन्होंने कहा कि मरम्मतीकरण कार्य में सड़क पर की जा रही कालीकरण (प्रिमिक्सिंग)कार्य में गड़बड़ी की जा रही है.कालीकरण की मोटाई व चौड़ाई का कार्य प्राक्कलन के अनुरुप नहीं किया जा रहा है.जिससे यह सड़क जल्द ही जर्जर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.बता दें की रंगामनी-काशीबाड़ी वाया परिहालपुर सड़क का करीब ढाई किलोमीटर हिस्से की मरम्मतीकरण का कार्य मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत 75 लाख 12 हजार 874 रुपये की लागत से की जा रही है.यह सड़क रंगामनी,परिहालपुर, काशीबाड़ी व अन्य गांव की एक बड़ी आबादी को जोड़ती है.
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