जिला शिक्षा पदाधिकारी का फरमान अनुचित, अभिभावकों पर बढ़ेगा स्कूल फी का बोझ : अमित
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक अमित मंडल ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि सीबीएसई ने ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है और न ही शिक्षा विभाग के द्वारा हाल के दिनों में ऐसा कोई निर्देश दिया गया है.
किशनगंज.किशनगंज में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी निजी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को उर्दू पढ़ने का फरमान जिले के डीईओ के द्वारा जारी किया गया है. इसके बाद से ही निजी विद्यालय के संचालकों एवं आम छात्रों में आक्रोश व्याप्त है. इस मामले पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक अमित मंडल ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि सीबीएसई ने ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है और न ही शिक्षा विभाग के द्वारा हाल के दिनों में ऐसा कोई निर्देश दिया गया है. ऐसी स्थिति में उर्दू शिक्षकों की बहाली व अन्य आवश्यक व्यवस्था किये जाने के खर्च का बोझ पहले से पीड़ित गरीब अन्य वर्ग के बच्चों के अभिभावकों पर निजी विद्यालय डाल देंगे. ऐसी परिस्थिति में निश्चित रूप में बच्चों की फी में बढ़ोत्तरी होगी जो कि व्यवहारिक नहीं है. श्री मंडल ने कहा कि अधिकतर अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की उर्दू विषय की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार के द्वारा संचालित मदरसे है इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय से लेकर उच्चतर विद्यालय तक उर्दू विषय की पढ़ाई का प्रावधान विद्यालयों में है. इसके अनुरूप शिक्षक भी हैं यही नहीं स्नातक और स्नातकोत्तर में उर्दू विषय की पढ़ाई के लिए कॉलेज में भी कई सारे प्राध्यापक और शिक्षक मौजूद हैं. उन्होंने आगे बयान जारी करते हुए कहा कि अतिशीघ्र इस आदेश को वापस लिया जाय अन्यथा विद्यार्थी परिषद किशनगंज जिले के एक एक पंचायत तक इसके खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है