किशनगंज. महिला हेल्प लाइन सह वन स्टॉप सेंटर की जिला योजना प्रबंधक शशि शर्मा, मेनका कुमारी व मोना दास को अपने पद का दुरूपयोग करने, दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं करने के आरोप में कार्रवाई करते हुए पद मुक्त कर दिया गया है. महिला एवं बाल विकास निगम के निदेशक ने अपने पत्रांक संख्या डब्लूसीडीसी 4235/ 24 दिनांक 18 नवंबर 2024 को पत्र जारी कर किशनगंज डीएम को इस आशय का निर्देश दिया है. पत्र में स्पष्ट रूप से शशि शर्मा, मेनका कुमारी व मोना दास को पद मुक्त किये जाने का जिक्र है. मिली जानकारी के अनुसार केन्द्र प्रशासक, महिला हेल्पलाईन-सह-वन स्टॉप सेंटर, किशनगंज शशि शर्मा के द्वारा पीड़िता नुसरत परवीन के साथ अभद्र भाषा का उपयोग करने तथा गलत कार्य हेतु प्रेरित करने के लिए भारतीय न्याय संहिता के उचित धारा के तहत तथा केन्द्र प्रशासक, महिला हेल्पलाईन-सह-वन स्टॉप सेंटर, किशनगंज द्वारा लोक सेवक के रूप में अपने कर्त्तव्यों को पालन नहीं करने एवं पीड़िता को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के लिए भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज किये जाने का निर्देश दिया गया है.
क्या है मामला
पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2020 में अशफाक आलम से मेरी शादी हुई थी. मेरे पिता ने दान स्वरूप जेवर, पलंग, टीवी, फ्रिज के अलावा बर्तन आदि दिया था. कुछ सालों के बाद मेरे पति का निधन हो गया. इसके बाद ससुराल वाले मेरा सामान नहीं दे रहे हैं और मुझे घर से भी निकाल दिया. पीड़िता नुसरत परवीन ने शशि शर्मा पर उसके ससुर से डेढ़ लाख की रिश्वत लेने के आरोप के साथ-साथ उसे जान-बूझकर परेशान करने का भी आरोप लगाया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है