दीपावली आज, विधि-विधान के साथ श्रद्धालु करेंगे मां लक्ष्मी, गणपति व कुबेर की पूजा अर्चना

लक्ष्मी के आगमन व रोशनी के पर्व दीपावली की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. आज गुरूवार को मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की पूजा की जायेगी. लोगों के घरों व प्रतिष्ठानों में मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा अर्चना - होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 30, 2024 7:41 PM
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किशनगंज.लक्ष्मी के आगमन व रोशनी के पर्व दीपावली की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. आज गुरूवार को मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की पूजा की जायेगी. लोगों के घरों व प्रतिष्ठानों में मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा अर्चना – होगी. इस पूजा में भगवान कुबेर की पूजा का भी विधान है. घरों की साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया गया है. प्रतिष्ठानों में आर्षक साज सज्जा की गयी है. श्रद्धालु मां लक्ष्मी व गणेश की प्रतिमाओं की पूजा करेंगे. बाजार में जगह- जगह लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियों की दुकानें सजी हुई हैं. जिसमें बुधवार की देररात्रि तक श्रद्धालु खरीददारी कर रहे थे. लक्ष्मी की पूजा का विधान पंडित जगन्नाथ झा बताते हैं कि दीपावली धन व समृद्धि का त्योहार है. गृहस्थ को हमेशा कमलासन पर विराजमान मां लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए. घर में इशान कोण में कमलासन पर मिट्टी या चांदी की लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा स्थापित कर श्रीयंत्र के साथ पूजन व जाप करना चाहिए. इससे चंचल लक्ष्मी स्थिर होती है. दीपावली पर देवी लक्ष्मी के साथ एकदंत मंगलमूर्ति – गणपति की पूजा की जाती है. पूजन स्थल पर लक्ष्मी व गणेश के पीछे शुभ लाभ लिखना चाहिए. बीच में स्वास्तिक का निशान बनाया जाता है. लक्ष्मी की पूजा से पहले भगवान गणेश की फूल अक्षत, दूब, पान, सुपारी, और मोदक, मिष्ठान से पूजा की जाती है. फिर देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मिठाई की दुकानों पर भीड़ खुशियों के त्योहार दीपावली पर मिठाई की दुकानों पर काफी भीड़ देखी गयी. दीपावली में अपनों के बीच मिठाई बांटने की परंपरा है. इस बार बाजार में कई तरह की नई वेरायटी भी मंगाई गई है. हालांकि धी के लड्डु, काजू बर्फी, डोडा बर्फी व खोऐ व सूखी मिठाईयों की खूब मांग थी. पूजा सामग्री की भी जमकर हुई खरीदारी काली पूजा, लक्ष्मी पूजा को लेकर मूर्ति, पूजन सामग्री, धूप, दीप इत्यादि को लेकर बुधवार को भी काफी भीड़-भाड़ रही. लोगों ने जमकर खरीददारी की. बच्चों का उत्साह चरम पर दीपावली को लेकर बच्चों में उत्साह चरम पर है. उनमें अपने घरों को रंग-बिरंगे बल्बों से सजाने की होड़ लगी है. ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे लुका बनाने में जुटे हैं. आतिशबाजी व विभिन्न तरह की फुलझड़ी की भी खरीदारी की गयी हैं. जगह-जगह सजी पटाखे की दुकानें जिले में जगह-जगह पटाखों की दुकानें सजी है. इस बार बाजार में कई तरह नए पटाखें भी आए हैं. आकाश में रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरने वाले तथा विभिन्न रंगों की फूलझडियां बच्चों की पहली पसंद है. बाजार पर चाइनीज लाइट का कब्जा बाजार पर चाइनीज लाइटों का कब्जा दिख रहा है. मिट्टी की दीप की जगह चाइनिज दीप अपना स्थान बना लिया है. चाइनीज लाइटें टिकाऊ नहीं होती लेकिन सस्ती होने कारण लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं. बाजार सहित कई जगहों पर इलेक्ट्रानिक दुकानों में ऐसी लाइटें सजी हैं जहां खरीदारों की भीड़ जुटी थी. इस बार कई तरह की नई इलेक्ट्रनिक लाइटें बाजार में आई है. चाइनिज के साथ-साथ स्वदेशी लाइटें भी बाजार में मिल रही है. गुलदस्ता लाइट, मोमबत्ती लाईट, मोर लाईट, जेलराइज लाईट, मिरचईया, स्टार लाईट, डीजे, लक्ष्मी – गणेश लाईट, दीये के आकार के बल्ब, विभिन्न तरह के फूलों के आकार में बनी लाईट, पिरामिड आकार के बल्ब, कई तरह की लेजर लाइटें और इलेक्ट्रीकल फाइबर लाइटें लोगों ने खूब खरीदी.

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