डीएम बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों को ले रहे जायजा, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का किया जा रहा कार्य
जिले में लगातार हो रही वर्षा के बाद क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं जिले में बहने वाली महानंदा, कनकई, बूढ़ी कनकई, कोल, रतवा, मेची सहित सभी नदियां उफान पर हैं.
जिले में अब तक 200 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया किशनगंज.जिले में लगातार हो रही वर्षा के बाद क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. वहीं जिले में बहने वाली महानंदा, कनकई, बूढ़ी कनकई, कोल, रतवा, मेची सहित सभी नदियां उफान पर हैं. नदी किनारे निचले इलाकों में पानी घुस गया है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है, अधिकारी अपने-अपने स्तर से तटबंध एवं निचले इलाकों का मुआयना कर रहे हैं. वहीं राहत बचाव का कार्य भी किया जा रहा है. जिला पदाधिकारी विशाल राज के द्वारा लगातार तटबंधों का निरीक्षण किया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा भी राहत कार्य चलाया जा रहा है. आपदा प्रभारी आदित्य कुमार ने बताया कि एसडीआरएफ की तीन टीम बचाव कार्य के लिए पूरी तरह से तैयार है और बचाव कार्य में जुट गई है. अबतक दो सौ से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर बचाया गया है. वर्तमान में रेड जोन तक पानी पहुंच गया है. जिससे आमजनों को परेशानी हो रही है. बाढ़ की स्थिति बनने से लोगों के लिए प्रशासनिक कम्यूनिटी किचन चलाकर भोजन की भी व्यवस्था लोगों की जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा हर तरह से तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं दूसरी ओर किशनगंज शहर में नगर परिषद के द्वारा लगातार जलकुंभी हटाने का कार्य किया जा रहा है. नगर परिषद के स्वच्छता पदाधिकारी स्वरूपम राज ने बताया कि नगर परिषद के द्वारा भी पूरी तरह से कमर कस ली गई है. शुक्रवार से नगर परिषद के द्वारा कई जगहों से जलकुंभी हटाने का कार्य किया जा रहा है जिसमें माझिया, प्रेमपुल, धोबीपट्टी, खगड़ा पुल सहित अन्य जगहों से जलकुंभी को हटाया गया जा रहा है. ताकि रमजान नदी का प्रवाह प्रभावित न हो.
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