रेलवे फाटक के बीच फंसा सवारियों से भरा ई-रिक्शा, ट्रेन निकलने पर अटकी रही लोगों की सांसें
तीन ई- रिक्शा चालकों ने बंद होते रेलवे फाटक के बीच से निकलने के प्रयास में सवारियों की जान आफत में डाल दिया. फाटक के दोनों बैरियर गिर गया और ई-रिक्शा बीच में फंसने से सवारियों सहित मौके पर मौजूद लोगों में दहशत फैल गई.
किशनगंज. शहर के धरमगंज रेलवे फाटक संख्या एसके 314 में बड़ा हादसा होते-होते बच गया है. मालूम हो की तीन ई- रिक्शा चालकों ने बंद होते रेलवे फाटक के बीच से निकलने के प्रयास में सवारियों की जान आफत में डाल दिया. फाटक के दोनों बैरियर गिर गया और ई-रिक्शा बीच में फंसने से सवारियों सहित मौके पर मौजूद लोगों में दहशत फैल गई. ट्रेन के गुजरने तक लोगों की सांसें अटकी रही. मालूम हो कि हादसों से बचाव के लिए रेल मंत्रालय के द्वारा सभी रेलवे क्रॉसिंगों पर फाटक लगाया गया है. बावजूद इसके ई-रिक्शा चालकों की मनमानी चरम पर है. रेलवे फाटक से जल्दी निकलने की चाहत में खुले आम इन चालकों के द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जाता है. शहर के धर्मगंज, केलटैक्स चौक रेलवे फाटक से बिल्कुल सटा कर इनलोगों के द्वारा वाहनों को खड़ा किया जाता है. कभी कभी तो रेलवे फाटक खुला रहने पर चालक वाहनों को रेलवे ट्रैक के मध्य में खड़ा करके बातचीत करने लगते है और जब फाटक बंद करने का शायरन बजता है तब वाहनों को हटाया जाता है. बुधवार को चालकों ने बंद होते फाटक के बीच में ही वाहनों को घुसा दिया जबकि अभी ऑटोमैटिक रेल फाटक लगा दिया गया है. यही नहीं सीसीटीवी कैमरा भी गेट पर लगाया गया है उसकी भी परवाह नहीं की गई. इसी बीच तेजी से क्रॉसिंग पार करने के चक्कर में सवारियों से भरी एक ई-रिक्शा और दो, खाली ई-रिक्शा बंद हो रहे फाटक के बीच घुस गया. इससे पहले की तीनों वाहन चालक ट्रैक पार कर पाते, फाटक बंद हो गया. गनीमत रही कि हो हल्ला सुनकर चालकों ने समय रहते अपने वाहन को किनारे लगा लिया. ट्रेन गुजरने के बाद दोनों ई-रिक्शा बाहर निकले. स्थानीय बुद्धिजीवियों का कहना है रेल प्रशासन ऐसे वाहन चालकों को चिन्हित कर कारवाई करे ताकि कोई अनहोनी घटना घटित नहीं हो. देखने वाली बात होगी कि रेल प्रशासन पूरे मामले पर क्या कारवाई करती है.
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