कोचाधामन. सरकार जहां किसानों की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त बिजली कनेक्शन दे रही है, वहीं अधिकारी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को भी अपनी कर्तव्य से सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे हैं. आधारभूत संरचना की घोर कमी से आए दिन जान-माल की क्षति हो रही है. कहीं जर्जर तार पर बिजली के करंट दौड़ रहे हैं तो कहीं बांस बल्ली के सहारे खेतों तक बिजली ले जाकर मौत को आमंत्रण दिया जा रहा है. कुछ ऐसा ही नजारा प्रखंड क्षेत्र के डेरामारी पंचायत के मोहनमारी गांव में देखने को मिल रहा है. यहां के किसान खेतों में पटवन के लिए बांस बल्ली के सहारे विद्युत आपूर्ति करने को विवश है. वहीं किसान जमीलउद्दीन ने कहना है कि बांस-बल्ली लगे होने से हमेशा खतरा बना रहता है. खासकर छोटे बच्चे आते-जाते रहते हैं. जिससे अनहोनी की आशंका से मन आशंकित रहता है. इसे लेकर स्थानीय विधायक व संबंधित पदाधिकारियों को पत्र भी लिखा गया है. ग्रामीणों का कहना है कि जबतक जर्जर तार व ट्रांसफार्मर को नहीं बदलता है तबतक स्मार्ट मीटर लगाने नहीं दिया जाएगा. वहीं स्थानीय मुखिया शाहबाज आलम ने जर्जर तार को बदलने को लेकर विधायक तथा विभागीय अधिकारियों को पत्र लिख कर जल्द पंचायत के जर्जर तार को बदलने का मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है