रेल लाइन पर आरओबी बनाने की मांग दीख रही पूरी होती, अभियंताओं ने किया स्थल निरीक्षण

शहर को दो हिस्सों में बाटने वाली रेल लाइन पर आर ओ भी बनाने के लिए सोमवार को बिहार सरकार के अधीन कार्यरत आरसीडी व रेलवे के अभियंताओं की टीम ने आरओबी निर्माण हेतू संयुक्त रूप से निरीक्षण किया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2024 9:17 PM

ठाकुरगंज.ठाकुरगंज शहर में जाम की समस्या के स्थाई निवारण की मांग पर पूरी होती दिखने लगी है. शहर को दो हिस्सों में बाटने वाली रेल लाइन पर आर ओ भी बनाने के लिए सोमवार को बिहार सरकार के अधीन कार्यरत आरसीडी व रेलवे के अभियंताओं की टीम ने आरओबी निर्माण हेतू संयुक्त रूप से निरीक्षण किया. इस दौरान अभियंताओं ने स्थलीय निरीक्षण के क्रम में पुल निर्माण स्थल का जायजा लिया. संयुक्त टीम में आरसीडी विभाग के कार्यपालक अभियंता शैलेश कुमार,सहायक अभियंता गोपाल मंडल,संजय कुमार और रेलवे के सीनीयर सेकेशन अभियंता (वर्क) रूपेश पंजीयार ,सहायक मंडल अभियंता भी उपस्थित थे. संयुक्त टीम ने थाने के सामने से रेलवे फाटक होते हुए रेलवे स्टेशन के बाहरी स्थलों का निरीक्षण किया.इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि परवेज आलम, मुख्य पार्षद सिकंदर पटेल,सांसद निजी सहायक मो एहसास हसन, अधिवक्ता कौशल किशोर यादव, उत्तम दास,रमेश जैन, मो मुज्जफर, राजेश करनानी के अलावे अन्य लोगो ने जल्द आरओबी निर्माण की प्रकिया आरंभ करने की मांग की. क्योकि रेलवे फाटक नगर को दो भागो पूर्वी व पश्चिमी क्षेत्र में बांटती है. ट्रेन आवागमन के समय फाटक बंद रहने से दोनो ओर लगभग एक किमी तक वाहनो की लंबी लाइन लगी रहती है.जिसके कारण लोगो को महाजाम का सामना करना पड़ रहा है. संयुक्त टीम ने कहा कि सांसद व डीएम के अथक प्रयास से आरओबी निर्माण की प्रक्रिया जल्द आरंभ होगी.

जाम की स्थिति बनती है इसलिए ओवरब्रिज जरूरी

बताते चले ठाकुरगंज शहर की आबादी करीब 20 हजार हैं. वही प्रखंड मुख्यालय होने के कारण सारे प्रखंड के हजारो लोग प्रतिदिन ठाकुरगंज शहर में आते है शहर में ही रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड हैं. नगर में एक मात्र क्रोसिंग होने के कारण रेलवे लाइन पर बने फाटक पार करने पड़ते हैं. ऐसे में ठाकुरगंज शहर में मोजूद क्रोसिंग पर ओवर ब्रिज की जरुरत हे सबसे ज्यादा बुरा हाल तो सोमवार और शुक्रवार के दिन होता है जब हाट बाजार के लिए देहात के लोग ठाकुरगंज आते है

कई बार हुई है मांग

ऐसा नहीं है कि इस समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधियों ने रेलवे अधिकारियों के समक्ष नहीं रखा. बावजूद अभी तक किसी तरह का पहल नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहे हैं. अपने विधायक काल में भी गोपाल अग्रवाल ने इस सम्बन्ध में आवाज उठाई थी. वहीं मुख्य पार्षद सिकन्दर पटेल ने हाल के दिनों में जिला पदाधिकारी से लेकर डीआरएम् तक का ध्यान आकृष्ट किया है लेकिन बात कागजो से आगे नहीं बढ़ी. हाल के दिनों में ट्रेनों की संख्या बढने के कारण समस्या और बढती जा रही है. वहीं ठाकुरगंज रेल यात्री समिति ने भी कई बार इस संबंध में रेल अधिकारियों से कारगर कदम उठाने की मांग की थी.

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