कटाव रोधी कार्य अर्याप्त, दिघलबैंक प्रखंड के कई गांवों का अस्तित्व खतरे में : सउद
जिले में बीते एक सप्ताह से हो रही लगातार बारिश के बाद मेची, महानंदा, कंनकई, डोंक नदियां उफान पर है. जलस्तर बढ़ने के बाद निचले इलाके के लोगों को बाढ़ का खतरा सता रहा है.
किशनगंज.सीमावर्ती किशनगंज जिले में बीते एक सप्ताह से हो रही लगातार बारिश के बाद मेची, महानंदा, कंनकई, डोंक नदियां उफान पर है. जलस्तर बढ़ने के बाद निचले इलाके के लोगों को बाढ़ का खतरा सता रहा है वहीं कटाव भी तेज हो गया है. जिले के ठाकुरगंज में मेची नदी के कटाव से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं दिघलबैंक के निचले इलाके में भी कटाव तेज होने से ग्रामीण परेशान हैं. बारिश से तमाम नदी नाले उफान पर है. कटाव को लेकर ठाकुरगंज विधायक सऊद असरार ने सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में कटाव एक गंभीर समस्या है और बांस बल्ले के जरिए जिस तरह का कार्य हो रहा है वो टिकने वाला नहीं है. विधायक सऊद असरार ने कहा कि मेरे गांव में कटाव की वजह से मिल्ली गर्ल्स स्कूल और सरकारी हाई स्कूल एवं गांव पर खतरा उत्पन्न हो गया है जहां बोल्डर पिचिंग का कार्य करवाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जो फंड मुहैया करवाया जाना चाहिए वो नहीं किया गया है जिसकी वजह से कार्य धीमा हो रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग के तमाम अधिकारियों को उनके द्वारा सूचित किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार कटाव निरोधी कार्य करवाने में पूरी तरह से असफल है क्योंकि जब तक बोल्डर पिचिंग कार्य नहीं होगा कटाव रोकना मुमकिन नहीं है. वहीं उनसे क्षेत्र भ्रमण नहीं करने को लेकर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह आरोप निराधार है और मैं सबसे अधिक क्षेत्र में रहता हूं. इस मौके पर मनोवर रिजवी, राजू डे सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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