अगले वर्ष तू जल्दी आना के नारों के साथ माता दुर्गा को दी गयी विदाई

चैती दुर्गा पूजा की समाप्ति के बाद शुक्रवार संध्या मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विभिन्न नदियों,तालाबों व पोखरों में प्रवाहित किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 19, 2024 7:08 PM

किशनगंज.चैती दुर्गा पूजा समाप्ति के बाद शुक्रवार संध्या को मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया.विभिन्न पूजा समितियों और श्रद्धालुओं ने धार्मिक रीति रिवाज का पालन करते हुए मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विभिन्न नदियों,तालाबों व पोखरों में प्रवाहित किया. इस दौरान माता के जयकारे से वातावरण गुंजायमान हो उठा.अगले वर्ष तू जल्दी आना के नारों के साथ गमगीन माहौल में मां दुर्गा को विदा किया गया.इससे पूर्व पंडालों एवं मन्दिरों में महिलाओं ने विदाई के पूर्व माता को खोंइछा दिया. महिलाओं ने विदाई गीत भी गाया.मन्दिर से प्रतिमाओं को निकालने के समय आयोजकों,श्रद्धालुओं के चेहरे पर मायूसी छाई थी.सभी के चेहरे नम थे.

विसर्जन से पूर्व श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई.श्रद्धालुओं ने मां का अराधना किया.आरती की इसके बाद धीरे-धीरे प्रतिमा विसर्जन शुरू हुआ.

सिंदूर खेला के साथ माता को विदाई

चैती नवरात्र और दुर्गा उत्सव के अंतिम दिन मां दुर्गा की प्रतिमा का विधिवत पूजा अर्चना के बाद दशमी गुरुवार होने के कारण कुछ जगहों पर शुक्रवार को विसर्जन किया गया.इस अवसर पर महिलाओं ने आपस में एक दूसरे को सिंदूर लगाकर मां दुर्गा का आशीर्वाद लिया.वहीं, मां दुर्गा को सिंदूर खेला के साथ अगले बरस फिर से आने का न्यौता दिया गया. मां दुर्गा को विदा करते हुए महिलाएं भावुक नजर आईं.विसर्जन को लेकर दुर्गा पूजा पंडालों में सुबह से ही लोग जुटने शुरु हो गए थे.श्रद्धालुओं में मां दुर्गा के विसर्जन समारोह का गवाह बनने की उत्सुकता थी.श्रद्धालुओं ने सुबह पुष्पांजलि अर्पण के बाद दर्पण पूजा में मां दुर्गा की प्रतिमा नीचे पानी में दर्पण रखकर मां दुर्गा के दर्शन किए.वहीं महिलाओं ने सिंदूर खेला में एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सदा सुहागिन रहने का आशीर्वाद मांगा.पंडालों से मां दुर्गा को विधिवत पूजा अर्चना के बाद विदाई दी गई. इस दौरान मां दुर्गा विदा करते हुए श्रद्धालु भावुक हो उठे और उनकी आंखों में आंसू नजर आए.

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