अभिजीत मुहूर्त में होगी गणेश चतुर्थी की शुरुआत,आज पधारेंगे गजानन
10 दिन तक चलने वाले गणेश उत्सव का अपना ही महत्व है
जिले भर में गणेश उत्सव की तैयारियां जोरों पर. किशनगंज प्रथम पूज्य भगवान गणेश की विशेष आराधना का पर्व गणेश चतुर्थी की शुरुआत आज से होगी. सनातन धर्म में गणेश जी मुख्य देवी-देवताओं में से एक हैं.किसी भी शुभ कार्य से पहले गणेश जी की ही पूजा की जाती है.इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य देव भी कहा जाता है. भगवान गणेश जी पूजा करने से व्यक्ति के सभी काम बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं. प्रति वर्ष भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गाजे बाजे के साथ घर-घर में गणपति जी की स्थापना शुरू हो जाती है.आज से गणेश उत्सव की शुरुआत होगी.10 दिन तक चलने वाले गणेश उत्सव का अपना ही महत्व है. गणेश उत्सव मनाने के पीछे कई कथाएं प्रचलित है. माना जाता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही गणेश जी का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.पुरोहितों के मुताबिक, धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है.इस साल के गणेश चतुर्थी पर कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है, जिसमें रवि योग समेत कई शुभ संयोग भी बना रहे हैं. इन शुभ योग में भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से अच्छे पुण्य की भी प्राप्ति होती है. गणेश चतुर्थी पर रवि योग का हो रहा है निर्माण इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व सात सितंबर को यानी आज शनिवार को मनाया जाएगा.पुरोहित के अनुसार गणेश चतुर्थी की पूजा और मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 2 मिनट से लेकर दोपहर के 1 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त में बप्पा को स्थापित करना शुभ होगा.बता दें कि अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:54 बजे से दोपहर 12:44 बजे तक है. इस दौरान गणपति बप्पा की पूजा आराधना करने से कई गुना फल की प्राप्ति भी मिल सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है