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डाटा इंट्री ऑपरेटर प्रखंड मूल्यांकन व अनुश्रवण पदाधिकारियों को एनसीडी एप्प व भव्या एप्प का दिया प्रशिक्षण

सभी डाटा इंट्री ऑपरेटर, प्रखंड मुल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी को जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी की अध्यक्षता में एनसीडी एप्प, भव्या एप्प पर प्रशिक्षण दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 7:47 PM

किशनगंज.जिले की सभी आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में गैर संचारी रोगों रोगों की लक्षण वाले लोगों एवं 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी ग्रामीणों की स्क्रीनिंग कर गैर संचारी रोगों की पहचान करने के लिए अलग- अलग बैच बना कर सदर अस्पताल में प्रशिक्षित किया जा चुका है. वही गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति में सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार के दिशा निर्देश के आलोक में सभी डाटा इंट्री ऑपरेटर, प्रखंड मुल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी को जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी की अध्यक्षता में एनसीडी एप्प, भव्या एप्प पर प्रशिक्षण दिया गया. जिसमे में मुख्य रूप से डीपीएम , डीएम्इओ, डीसीएम् तथा सभी प्रखंड के डीईओ एवं बीएम्इओ उपस्थित थे. डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण प्राप्त कर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (गैर संचारी रोगों) की स्क्रीनिंग में बेहतर सहयोग कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ता द्वारा गांव मोहल्ले में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने एवं स्वास्थ्य सेवा व योजनाओं का लाभ लेने के लिए काउंसिलिंग के लिए समय –समय पर उन्मुखीकरण कर कार्य क्षमता सुदृढ़ीकरण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. उन्होंने बताया कि नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियो वैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक्स (एनपीसीडीसीएस) कार्यक्रम के अंतर्गत गैर संचारी रोगों को लेकर लोगों को जागरूक करने और उनकी रोकथाम को लेकर जिले की आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चूका है.

एनसीडी एप्लीकेशन से दिया गया प्रशिक्षण

एनसीडीओ डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्य्रकम में एनसीडी रोगों की पहचान व इलाज में मदद करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के 30 की उम्र पार कर रही स्त्री व पुरुषों का सी बैक फार्म व फैमिली फोल्डर फार्म भरेगी. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत एएनएम फार्म को एनसीडी एप्लीकेशन पर अपलोड करेगी. बीमारी की पुष्टि होने पर पीड़ित को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाकर इलाज शुरू किया जाएगा. बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से हर घर तक स्वास्थ्य सेवा की पहुंच लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. इसके तहत कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और लकवा आदि के मरीजों के लक्षणों व सामान्य जांच के आधार पर चिह्नित किया जाना है. गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचा कर इलाज में मदद करना है. आशा कार्यकर्ता एचडब्ल्यूसी अंतर्गत कार्य क्षेत्र में प्रत्येक परिवारों का फैमिली फोल्डर एवं परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों का सी- बैक फॉर्म भर के पीएचसी को अग्रसारित करेगी.

डॉक्टर के कार्य प्रणाली का भी रहेगा रिकॉर्ड: सीएस

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की एप के माध्यम से डॉक्टर के कार्य प्रणाली का भी रिकॉर्ड रहेगा कि डॉक्टर की उपस्थिति कितने बजे हुई, उन्होंने पहले मरीज कितने समय में देखा, कुल कितने मरीज को उनके द्वारा देखा गया. डॉक्टर कितने बजे प्रस्थान कर रहे हैं यह सारी जानकारी एप में सुरक्षित रहेगी. साथ ही संबंधित कर्मियों को एनसीडी एप्लीकेशन एवं भव्या के संचालन संबंधित जानकारी के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. उसके बाद जिले में मरीजों का निबंधन और फार्मेसी का विवरण एप पर अपलोड करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.

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