सर्वाइकल कैंसर: महिलाओं के लिए दूसरा सबसे घातक कैंसरकिशोरियों और अभिभावकों को किया जाएगा जागरूक किशनगंज.जिले में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं का ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण किया जायेगा. यह टीकाकरण मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत किया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत जिले को 240 डोज एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है, जिसे स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर बालिकाओं को लगाया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग ने की तैयारी, प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया की टीकाकरण अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों के लिए एक प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपन्न हुआ, जिसमें टीकाकरण की तकनीकी प्रक्रिया, इसके लाभ और आमजन को जागरूक करने की रणनीति पर चर्चा की गई. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार को पत्र भेजकर आवश्यक निर्देश दिए हैं, जिसमें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि जिले में लक्षित आयु वर्ग की सभी बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन की खुराक दी जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को टीकाकरण की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करनी होगी, ताकि अभियान सुचारू रूप से संचालित हो सके.
सर्वाइकल कैंसर: महिलाओं के लिए दूसरा सबसे घातक कैंसर
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर दूसरा सबसे घातक कैंसर है, जिससे हर साल हजारों महिलाएं प्रभावित होती हैं. उन्होंने बताया कि एचपीवी वायरस ही सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है, और इसे एचपीवी वैक्सीन से रोका जा सकता है.उन्होंने कहा कि एचपीवी वैक्सीन 9 से 14 वर्ष की आयु में सबसे अधिक प्रभावी होती है, क्योंकि इस उम्र में टीका लगने से शरीर में बेहतर प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है. यह न केवल सर्वाइकल कैंसर बल्कि गुदा और जननांग कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करता है. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अधिक से अधिक किशोरियों को यह टीका लगे.किशोरियों और अभिभावकों को किया जाएगा जागरूक
गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने कहा कि टीकाकरण को सफल बनाने के लिए जिले में बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस टीकाकरण को प्राथमिकता देनी चाहिए.एचपीवी संक्रमण असुरक्षित यौन संबंधों और खराब स्वच्छता के कारण फैलता है. किशोरियों को इस संक्रमण से बचाने के लिए यह टीका बेहद जरूरी है. इसके साथ ही, महिलाओं को नियमित रूप से गर्भाशय ग्रीवा की जांच (पैप स्मीयर टेस्ट) भी करवानी चाहिए, ताकि किसी भी तरह की समस्या का समय पर पता लगाया जा सके.किशोरी स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
जिले में किशोरियों के स्वास्थ्य को लेकर पहले से ही कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं. राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किशोरियों को एनीमिया, माहवारी स्वच्छता, पोषण और प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जा रहा है. अब इस टीकाकरण अभियान के माध्यम से स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य उपकेंद्रों को भी जोड़ा जाएगा, ताकि हर किशोरी को इस महत्वपूर्ण टीके का लाभ मिल सके.
एचपीवी वैक्सीन: प्रभावी और सुरक्षित
विशेषज्ञों के अनुसार, एचपीवी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है. यह टीका दो खुराकों में लगाया जाता है और इसके कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस टीके के साथ-साथ स्वच्छ जीवनशैली, सुरक्षित यौन व्यवहार और नियमित जांच से सर्वाइकल कैंसर को पूरी तरह रोका जा सकता है.
स्वास्थ्य विभाग की अपील: बेटियों को टीका जरूर लगवाएं
स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपनी 9 से 14 वर्ष की बेटियों को एचपीवी वैक्सीन जरूर लगवाएं. इसके लिए जिले के अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष टीकाकरण शिविर लगाए जाएंगे. साथ ही, स्कूलों में भी यह टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा. यह टीकाकरण अभियान किशनगंज जिले की हजारों बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाने में मदद करेगा. यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे स्वस्थ समाज और सुरक्षित भविष्य का निर्माण किया जा सकेगा. अभिभावकों और किशोरियों से अपील की जाती है कि वे इस टीकाकरण अभियान का हिस्सा बनें और अपनी सेहत की रक्षा करें.
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