ठाकुरगंज. वैध कागजातों के बिना बिहार सीमा में प्रवेश कर रहे छह कोयला लदे ट्रकों को जीएसटी व परिवहन पदाधिकारी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए जब्त कर कुर्लीकोट थाने को सुपुर्द कर दिया. कुर्लीकोट थानाध्यक्ष सिद्दार्थ दुबे ने बताया कि शुक्रवार की अहले सुबह राज्य कर सहायक आयुक्त के नेतृत्व में एनएच 327 ई कुर्लीकोट थाना के समीप बंगाल से आ रहे छह ट्रकों को जांच के लिए रोका गया. जिसमें ट्रक संख्या आरजे 14 जीजे 3434, डब्लूबी 37 इ 7873, डब्लूबी 59 सी 8482, यूपी 53 एफटी 0940, बीआर 06 जीजी 5406, बीआर 09 जीसी 7143 को जांच क्रम में ट्रक में कोयला लदा मिला. जिनके कागजात की जांच के उपरांत उन्हें जब्त करते हुए कुर्लीकोट थाने के हवाले कर दिया गया है. जब्त ट्रक के आवश्यक कार्रवाई के बाद मुक्त करने का निर्देश थानाध्यक्ष को दिया गया है.
बताते चलें इन दिनों बंगाल से सीमावर्ती क्षेत्रों में कोयले लदे वाहनों का आवागमन अहले सुबह से देर रात्रि तक होता है. कभी कभार अधिकारियों द्वारा जांच करने पर एकाध ट्रक जब्त करके जुर्माना लगाया जाता है.असम व मेघालय से हो रही कोयले की हो रही तस्करी
बताते चले असम व मेघालय से पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार में अवैध तरीके से कोयले का परिवहन हो रहा है. कोयला तस्करी के खेल में करोड़ों की कमाई तस्करों के द्वारा की जा रही है. इसका असर सरकारी खजाने पर पड़ रहा है. वजह यह है कि तस्कर फर्जी कागजात तैयार करते हैं और इसके आधार पर विभिन्न राज्यों की सीमाओं से होते हुए बिहार की सीमा में ट्रकों को प्रवेश करा देते हैं. इससे सेल्स टैक्स विभाग को खासा चूना लग रहा है. इस कोयला तस्करी का खुलासा तब हुआ है, जब वित्त मंत्रालय (भारत सरकार) के राजस्व विभाग के अवर सचिव ने बिहार सरकार के सेल्स टैक्स विभाग को पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि असम व मेघालय से पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार में कोयले का अवैध परिवहन हो रहा है. इस अवैध कारोबार से बिहार सरकार को भारी क्षति हो रही है. जिसके बाद कई जिले के पुलिस अधीक्षक को यह निर्देश जारी किया गया था कि राज्य के प्रवेश मार्गों पर खनन विभाग, परिवहन विभाग और वाणिज्य कर विभाग का संयुक्त दल गठित करें. यह दल वाहनों की जांच करेंगे.
एनएच 327 है कोयला तस्करी का मुफीद मार्ग
बताते चले पहले असम व मेघालय से लाये गये चोरी के कोयले को बंगाल सीमा क्षेत्र में दालकोला चेक पोस्ट के पास सक्रिय दलालों द्वारा फर्जी कागजात के आधार पर पार कराया जाता था . लेकिन एनएच 327 ई के निर्माण के बाद कोयला तस्करी का यह मार्ग सबसे सुरक्षित मार्ग माना जाता है . इस मार्ग पर कोई चेकपोस्ट नहीं होने के कारण आसानी से ट्रक पास हो जाते है. बताया जाता है कि असम व मेघालय से हर दिन सौ से ज्यादा कोयला लदे ट्रक लाये जाते हैं एवं फर्जी कागजातों के आधार पर बिहार बंगाल एवं यूपी के जिलों में ले जाकर खपाये जा रहे हैं. इस गिरोह के तार बंगाल, बिहार एवं यूपी तक फैला हुआ है. पुलिस को जब्त किये गये कोयला लदे ट्रकों से कई कागजात हाथ लगे हैं जिनके बारे में पुलिस जब्त कागजातों को सेल टैक्स सहित अन्य विभागों में जांच के लिये भेजने की तैयारी कर रही है ताकि इस बात का खुलासा हो सके कि यह असली है या नकली.
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