जीएसटी की टीम ने छापेमारी कर बड़ी टैक्स चोरी के मामले का किया खुलासा, जांच जारी
पारिवारिक कंपनी के बीच कारोबार कर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के नाम पर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है.
किशनगंज/गलगलिया पारिवारिक कंपनी के बीच कारोबार कर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के नाम पर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है.मामला ठाकुरगंज से जुड़ा है जहां पटना जीएसटी मुख्यालय की टीम ने छापेमारी कर बड़ी टैक्स चोरी का खुलासा किया है. इस बाबत सूत्रों ने बताया कि वैष्णो देवी एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड और फेदरलाइट बिल्डकोन प्राइवेट लिमिटेड नाम से दो कंपनी किशनगंज जिले में पंजीकृत है. जीएसटी मुख्यालय पटना के आदेश पर अंचल कार्यालय जीएसटी किशनगंज के द्वारा इन दोनों कंपनियों के कार्यालय पर शुक्रवार को छापेमारी की गई. यह कंपनी बिटुमिन मैन्युफैक्चरिंग का कार्य करती है. सबसे मजेदार बात तो यह है की एक ही परिवार के लोगों के नाम रजिस्टर्ड ये कंपनी एक ही नाम से दो राज्यों में रजिस्टर्ड है.कंपनी कभी बिहार से बंगाल के नाम पर बिलिंग तो कभी बंगाल से बिहार के नाम पर बिलिंग करके आईटीसी टैक्स का लाभ ले रही है, जो संदेहस्पद है. सूत्रों की माने तो पिछले 4 सालों से यह दोनों कंपनी ने मिलकर लगभग 80 से 100 करोड़ का टर्नओवर होते हुए भी टैक्स का भुगतान आईटीसी से किया जा रहा है जो की संदेहस्पद है.वही इन दोनों कंपनी ने नेपाल में एक्सपोर्ट के नाम पर भी सरकार से करोड़ों रुपए का जीएसटी रिफंड ले चुकी है , जिसकी जांच की जा रही है आगे जांच में जो पाया जाएगा उसके हिसाब से कंपनी पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में जब संबंधित कंपनी के मालिकों से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
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