टेढ़ागाछ में आशा दिवस पर स्वास्थ्य जागरूकता और सेवाओं का विस्तार

हाइड्रोसील मुक्त जिला अभियान के तहत किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2025 9:07 PM

गृह प्रसव मुक्त पंचायत का संकल्प

एनसीडी सर्वे और फाइलेरिया की रोकथाम पर विशेष जोरटेढ़ागाछ.हाइड्रोसील मुक्त जिला अभियान के तहत किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरूवार टेढ़ागाछ प्रखंड में आशा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न किए गए.इस कार्यक्रम में गृह प्रसव मुक्त पंचायत बनाने की दिशा में आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया और उन्हें यह संकल्प दिलाया गया कि वे अपने क्षेत्र में शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करें. इसके साथ ही, एनसीडी (गैर-संचारी रोग) सर्वेक्षण और स्क्रीनिंग अभियान को और तेज किया गया, जिससे हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों की समय पर पहचान हो सके.

फाइलेरिया उन्मूलन में मिली सफलता: मरीजों को कीट का वितरण

फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए टेढ़ागाछ प्रखंड में जागरूकता अभियान चलाया गया और चिन्हित मरीजों को आवश्यक दवाओं एवं कीट का वितरण किया गया. फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामुदायिक भागीदारी को आवश्यक बताते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को इसके नियमित उपचार और रोकथाम के उपायों की जानकारी दी.

हाइड्रोसील ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश

टेढ़ागाछ प्रखंड में हाइड्रोसील मुक्त अभियान के तहत कुल 68 मरीजों के ऑपरेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन अब तक मात्र 11 मरीजों का ही सफल ऑपरेशन हो पाया है. इस पर चिंता जताते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिया कि वे शेष मरीजों को जल्द से जल्द उपचार के लिए प्रेरित करें और हरसंभव प्रयास कर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करें.

स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा कि हाइड्रोसील, फाइलेरिया और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को इस अभियान से जोड़ें और सुनिश्चित करें कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे.जिलाधिकारी विशाल राज ने भी अभियान की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ समाज ही विकास की नींव रख सकता है. हाइड्रोसील और फाइलेरिया जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए हमें अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करना होगा.

जनभागीदारी से बनेगा स्वस्थ और रोग मुक्त जिला

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि टेढ़ागाछ में हुए इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस दौरान आम जनता को विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और सरकारी सुविधाओं की जानकारी दी गई, ताकि वे जागरूक होकर अपने स्वास्थ्य की देखभाल कर सकें.यह अभियान न केवल टेढ़ागाछ बल्कि पूरे जिले को रोग मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. अगर इसी प्रकार स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य जारी रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब किशनगंज जिले को हाइड्रोसील और फाइलेरिया जैसी बीमारियों से पूरी तरह मुक्त घोषित किया जाएगा.

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