Kishanganj news : जिले में डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है. डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का प्रसार एडीस मच्छर के काटने से होता है, जो दिन के समय काटते हैं और साफ स्थिर पानी में पनपते हैं. सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की डेंगू और चिकनगुनिया बीमारियों के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, बदन और जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे और नाक या मसूड़ों से खून आना शामिल है. ऐसे लक्षणों वाले मरीजों को तुरंत सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी गयी है.
एंबुलेंस सेवा के लिए टोल फ्री नंबर 102 पर कॉल करें
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक के बाद जिला पदाधिकारी विशाल राज ने किशनगंज नगर परिषद, बहादुरगंज, ठाकुरगंज एवं पौआखाली नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों को सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद फॉगिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही जलजमाव वाले क्षेत्रों में टेमिफोस का छिड़काव कराया जाएगा. सदर अस्पताल में नियमित रूप से फॉगिंग कराने का भी निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि बीमारी के लक्षणों पर नजर रखें और बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें. समय पर इलाज कराने से मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है. एंबुलेंस सेवा के लिए टोल फ्री नंबर 102 पर कॉल करें. स्वास्थ्य विभाग, किशनगंज ने कहा है कि आम जनता की सेवा के लिए वह सदैव तत्पर है.
सदर अस्पताल में 20 बेड का वार्ड तैयार : सीएस
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की डेंगू से निबटने के लिए सदर अस्पताल में 20 बेड का मच्छरदानी युक्त विशेष वार्ड तैयार किया गया है. जिले के सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 5-5 बेड के डेंगू वार्ड बनाये गये हैं. हर सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में नोडल पदाधिकारी, पैरामेडिकल कर्मी और चिकित्सकों की ड्यूटी तय कर दी गयी है. इसके अलावा सदर अस्पताल में डेंगू कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका हेल्पलाइन नंबर 06456-226115 है.
जांच सुविधाएं उपलब्ध : डॉ आलम
संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया की सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में डेंगू रैपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध है. टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये मरीजों के लिए एनएसआइईएआइएसए टेस्ट से डेंगू की पुष्टि की जाएगी. इस साल जनवरी से अब तक जिले में 869 लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया है, लेकिन कोई भी पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है.
बचाव के उपाय
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने आमलोगों से अपील की है कि वे दिन में मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. मच्छर भगानेवाली क्रीम का प्रयोग करें और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़ेपहनें. घर के अंदर और बाहर पानी जमा न होने दें. टूटे-फूटे बर्तनों और कूलर आदि का पानी समय-समय पर बदलते रहें. जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें.