फेफो मॉडल से स्वास्थ्य सेवाओं को मिल रही मजबूती

बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित संतोष कुमार झा ने दवा प्रबंधन और वितरण में एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अनुकरणीय है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 11:14 PM

किशनगंज. किशनगंज जिले के बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित संतोष कुमार झा ने दवा प्रबंधन और वितरण में एक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है, जो स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अनुकरणीय है. अपने जिम्मेदार और समर्पित कार्यशैली से उन्होंने न केवल मरीजों तक दवाएं समय पर पहुंचाईं, बल्कि सरकारी संसाधनों के उपयोग में दक्षता का एक नया मानदंड स्थापित किया.

फेफो विधि: दवा बर्बादी रोकने का अनूठा तरीका

श्री झा ने फेफो विधि को अपनाकर यह सुनिश्चित किया कि दवाओं का उपयोग उनकी समाप्ति तिथि से पहले हो. इस तकनीक से स्वास्थ्य केंद्र में दवाओं की बरबादी पूरी तरह रुकी और जरूरतमंद मरीजों को समय पर दवाएं उपलब्ध हुईं. यह न केवल स्वास्थ्य केंद्र की कार्यक्षमता बढ़ाने में सहायक रहा, बल्कि दवाओं के वितरण को पारदर्शी भी बनाया. पिछले छह वर्षों से बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत संतोष कुमार झा ने तकनीकी समाधान का भी उत्कृष्ट उपयोग किया. वे स्वयं डीवीडीमस पोर्टल पर दवाओं का डेटा अपलोड और मॉनिटर करते हैं. उनकी यह पहल न केवल दवाओं के वितरण और उठाव को ट्रैक करने में सहायक रही, बल्कि स्वास्थ्य केंद्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने में भी मददगार साबित हुई.

सिविल सर्जन का मार्गदर्शन और समर्थन

किशनगंज जिले के सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार के नेतृत्व और मार्गदर्शन में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर प्रबंधन और सेवाओं को सुचारू रूप से लागू किया जा रहा है. डॉ. कुमार के निर्देशन में जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रेरित किया गया है कि वे दवाओं के सही प्रबंधन और वितरण पर विशेष ध्यान दें. श्री झा ने इस दिशा में सिविल सर्जन के निर्देशों का पालन करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया.

स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ: हर मरीज तक पहुंचने की पहल

श्री झा के प्रयास से बहादुरगंज प्रखंड में जरूरतमंद मरीजों को दवाएं समय पर मिल रही हैं. उनकी कार्यशैली ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी मरीज दवाओं की कमी से वंचित न रहे. फेफो विधि और डिजिटल मॉनिटरिंग के माध्यम से दवाओं का उचित उपयोग हुआ, जिससे मरीजों में स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति भरोसा बढ़ा.

प्रेरणादायक व्यक्तित्व: दूसरों के लिए मिसाल

श्री झा की यह कहानी न केवल बहादुरगंज बल्कि पूरे जिले के स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक प्रेरणा है. उनकी मेहनत, अनुशासन, और तकनीकी दक्षता ने यह साबित कर दिया कि सीमित संसाधनों का सही उपयोग कैसे किया जा सकता है.

हर मरीज तक पहुंचें स्वास्थ्य सेवाएं : सिविल सर्जन

डॉ. राजेश कुमार का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य आम लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है. श्री झा जैसे कर्मठ स्वास्थ्य कर्मी इस उद्देश्य को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. श्री संतोष कुमार झा ने अपने कुशल प्रबंधन और नवीन तकनीकों का उपयोग कर स्वास्थ्य तंत्र में सुधार का एक आदर्श प्रस्तुत किया है. उनकी इस सफलता की कहानी स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों को भी प्रेरित करती है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी ईमानदारी और दक्षता के साथ निभाएं. स्वास्थ्य विभाग के लिए यह एक बड़ा कदम है, जो आम जनता तक बेहतर सेवाएं पहुंचाने की दिशा में सहायक है

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