ठाकुरगंज. प्रखंड के विभिन्न स्कुलो में अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर बिहार पृथ्वी दिवस मनाया गया. इस दौरान सबों ने बिहार पृथ्वी दिवस के रूप में 11 सूत्री संकल्प लिये. उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोथरा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के सहायक शिक्षक चन्द्रशेखर ने कहा कि बिना वृक्ष के जीवन संभव नहीं है. अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर ही पर्यावरण को बचाया जा सकता है. उन्होंने अधिक से अधिक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया. साथ ही पर्यावरण को बचाने के लिए 11 सूत्री संकल्प भी दिलावाये. इन संकल्पों में मुख्य रूप से पर्यावरण संरक्षण में सदैव तत्पर रहना, साल में कम से कम एक पौधा लगा कर उसकी रक्षा करना,तालाब,पोखर, नदी को प्रदूषित नही करना,जल की दुरुपयोग नही करना,आवश्यकता अनुसार बिजली उपकरणों का उपयोग करना,कूड़े को कूड़ादान में डालना व अन्य लोगो को इसके लिये प्रेरित करना,अपने घर के स्कूल को साफ रखना,प्लास्टिक ,पॉलीथिन का प्रयोग न कर कागज की थैलो का प्रयोग करना,पशु पक्षियों के प्रति प्रेम का भाव रखना,नजदीक के काम पैदल अथवा साइकिल से करना,कागज का अनावश्यक प्रयोग नही करना आदि संकल्प है उन्होंने कहा कि हर आदमी कम से कम एक पौधा तो जरूर लगाएं. साथ ही जो पौधा लगाए उसके बढ़ने तक उसका ख्याल भी रखें. मौके पर विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष मो इशहाक आलम ने छात्र छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया. उन्होंने बिहार सरकार द्वारा प्रायोजित बिहार पृथ्वी दिवस की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह बच्चों को वायु मंडलीय सुरक्षा का महत्व समझ में आएगा. जिससे बच्चे भी पौधरोपण के साथ पेड़-पौधे की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देंगे. आज संपूर्ण संसार पर्यावरण संरक्षण के संकट का दंश झेल रहा है. आज सभी लोगों को चाहिए कि वे अपने जीवन में कम से कम दस पेड़ अवश्य लगाएं. इस दौरान विद्यालय के शिक्षक तपेश बर्मा, राजेश कुमार, साजेदा बेगम, समुज्ज्वला कुमारी, अनुराधा अनुखडे आदि शिक्षक मौजूद थे. इस दौरान मंच संचालन तपेश बर्मा ने किया.
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