किशनगंज.बिहार शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक संघ पूर्व के शारीरिक शिक्षक में समायोजन व सेवा शर्त की मांग को लेकर सरकार व प्रशासन से गुहार लगा रहा है. शुक्रवार को भी शारीरिक शिक्षकों ने समाहरणालय में अपनी मांगों को लेकर गुहार लगाई. शारीरिक शिक्षकों ने बताया कि हमें मात्र 8 हजार रुपए मानदेय मिलता है. जबकि इसी पद पर समान योग्यता वाले पुराने शारीरिक शिक्षकों को 45 हजार रुपए मानदेय मिलता है. इतने कम वेतन से हमारा गुजरा कैसे होता है यह हम ही जानते हैं. बिहार शारीरिक शिक्षा और स्वास्थ्य अनुदेशक संघ ने वेतन विसंगति के विरोध में अपनी व्यथा व्यक्त की. शिक्षकों ने बताया कि बिहार के मध्य विद्यालयों में कुल 2350 शारीरिक शिक्षा और स्वास्थ्य अनुदेशकों में से किशनगंज में 34 शिक्षक कार्यरत हैं. ये सभी शिक्षक 2012 की नियमावली के तहत नियुक्त किए गए हैं और बीपीएडी, एमपीडी तथा सीटेट 2019 परीक्षा में उत्तीर्ण हैं. शारीरिक शिक्षक प्रशांत यादव, अजहरुद्दीन अंसारी, विकास कुमार, सुरजीत दास, पी मंडल आदि ने बताया कि किशनगंज जिले में बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश के भी अभ्यर्थी कार्यरत है. वर्तमान की महंगाई में 8000 रुपए मासिक वेतन से गुजारा करना अत्यंत कठिन है. उन्हें आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है. उन्होंने अपनी उपलब्धियों का भी उल्लेख किया जिसमें विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि, तरंग खेल, वार्षिक खेल और जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में सक्रिय भागीदारी प्रमुख हैं. शिक्षकों ने डीएम से वेतन विसंगति का मुद्दा उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने की गुहार लगाई है.
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