एएमयू के लिए निधि आवंटन को ले सांसद ने सदन में उठाया मामला
सांसद डॉ मो जावेद आज़ाद ने सदन में नियम 377 के अंतर्गत मामला को उठाते हुए कहा कि एएमयू किशनगंज केंद्र के लिए निधि आवंटन की कमी के तत्काल मामले पर केंद्रित रहा.
किशनगंज.सांसद डॉ मो जावेद आज़ाद ने सदन में नियम 377 के अंतर्गत मामला को उठाते हुए कहा कि एएमयू किशनगंज केंद्र के लिए निधि आवंटन की कमी के तत्काल मामले पर केंद्रित रहा. सांसद ने कहा कि किशनगंज केंद्र की स्थापना 2013 में किशनगंज और आसपास के जिलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच की कमी को दूर करने के लिए की गई थी. एएमयू किशनगंज परिसर के लिए निधि जारी करने और शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के आवंटन में 2014 से एक दशक की देरी के कारण केंद्र काम नहीं कर रहा है. सीमांचल के युवाओं के लिए यह केंद्र भारत के विकास में योगदान देने का एक अत्यंत मूल्यवान अवसर प्रस्तुत करता है, फिर भी यह 2024 में भी एक सपना ही बना हुआ है. किशनगंज केंद्र का लक्ष्य हर साल अध्ययन और अनुसंधान के तीन नए विभाग स्थापित करना है. ये सभी योजनाएं निधि और कर्मचारियों की कमी के कारण साकार नहीं हो पाई है. सीमांचल के छात्र अभी भी एएमयू किशनगंज का इंतजार कर रहे हैं और अभी भी हमारे देश की प्रगति की ओर अग्रसर होने का सपना देख रहे हैं. उनके और उनके सपनों के लिए, उनकी ओर से मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि इस मामले पर तत्काल विचार किया जाए और एएमयू किशनगंज को बचाने के लिए जल्द से जल्द राशि और स्टाफ आवंटित किया जाए.
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