15 दिनों में कटहलडांगी गांव का हुआ कायाकल्प, अब बना स्मार्ट विलेज, कभी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसते थे ग्रामीण

गांव में विकास की ऐसी बयार चली कि पूरा गांव ही मानो स्वर्ग बन गया

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2025 7:54 PM
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फोटो 10 स्कूल की बदली सूरत

फोटो 11 नल को पेंट करता कारीगर प्रतिनिधि, ठाकुरगंज

ठाकुरगंज प्रखंड के मुस्लिम बहुल गांव कटहलडांगी में 15 दिनों पहले जहां ग्रामीण नल जल योजना का केवल नाम सुनते थे, सड़कें नहीं थी, बिजली के जर्जर तार व पोल बदलने के लिए ग्रामीण अधिकारियों के सामने मिन्नतें करते दीखते थे. लेकिन एक पखवारे में इस गांव में विकास की ऐसी बयार चली कि पूरा गांव ही मानो स्वर्ग बन गया. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 21 जनवरी को प्रगति यात्रा के दौरान ठाकुरगंज प्रखंड के पटेसरी पंचायत के कटहल डांगी गाँव आने वाले हैं.

15 दों में बना स्मार्ट विलेज

सरकार का आगमन गांव मे हो रहा है नतीजतन गांव का कायाकल्प करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गयी है. केटीटीजे सड़क पर अवस्थित ठाकुरगंज प्रखंड का एक ऐसा गांव जो कभी बुनियादी और मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसता था, लेकिन महज 10 दिनों में इस गांव का कायाकल्प हो गया और इस गांव की तस्वीर ऐसी बदली है कि अब ””स्मार्ट विलेज ”” के तौर पर जाना जाने लगा है.

अब मिलेगा हर घर पानी

इसके पूर्व गांव के पूर्वी हिस्से में नल का पानी आता था लेकिन मुख्यमंत्री का कार्यक्रम फाइनल क्या हुआ विभागीय आधिकारियो ने रात दिन कैंप करके पश्चिम हिस्से में भी जलापूर्ति करने के लिए बोरिंग करवाया और अब हर घर में पाइप बिछा दी गयी है.

घर से आंगन तक चकाचक

ग्रामीण बताते हैं कि गांव से होकर गुजरने वाली सड़क कुछ दिन पूर्व ही बनाई गई थी लेकिन अब कुछ ही दिनों में यहां की गली-गली सड़क में तब्दील हो गयी है. कुछ जगह पीसीसी का निर्माण हुआ है तो कुछ जगह पेवर ब्लॉक लगाकर इंटरलॉकिंग सड़क बनाई गई है. लोगों के घर के बाहर से लेकर आंगन तक बिल्कुल चकाचक हो गया है. मदरसा में कैंप लगाकर चिकत्सक ने एक हफ्ता तक लोगों का इलाज किया. गांव में बैठे बैठे दर्जनों लोगों के आयुष्मान कार्ड बन गए तो राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन लिये गये.

स्कूल की बन गयी चहारदीवारी

गांव के लोग सबसे ज्यादा खुश स्कूल की चहारदीवारी निर्माण होने से हैं. ग्रामीणों ने बताया कि यदि मुख्यमंत्री का दौरा यहां नहीं होता तो शायद इस स्कूल की चारदीवारी कभी नहीं बनती. लेकिन दौरे की खबर के बाद न सिर्फ स्कूल की चहारदीवारी बनी बल्कि स्कूल का जर्जर भवन भी चकाचक हो गया.

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