किशनगंज ने देश की बड़ी हस्तियों को भेजा संसद
किशनगंज लोकसभा क्षेत्र ने कई देश की कई बड़ी हस्तियों को संसद बनाकर भेजा.
बच्छराज नखत,किशनगंज.किशनगंज लोकसभा क्षेत्र ने कई देश की कई बड़ी हस्तियों को संसद बनाकर भेजा. चाहे सैयद शहाबुद्दीन हो या एमजे अकबर या सैयद शाहनवाज हुसैन अलग- अलग पार्टियों से मैदान में उतरे इन तीनों नेताओं को किशनगंज ने पहचान दी थी. पहली बार किशनगंज से चुनावी मैदान में उतरे इन तीनों नेताओ में सैयद शहाबुद्दीन और एमजे अकबर तो पहली बार में ही संसद पहुँच गए थे वही सैयद शाहनवाज हुसैन को दूसरी बार मौका मिला लेकिन तीनों दूसरी बार संसद नहीं पहुंच पाए. बताते चले एमजे अकबर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने तो वहीं शहाबुद्दीन को जनता दल तो सैयद शाहनवाज हुसैन को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया था. तस्लीम की टिकट काट कर शहाबुद्दीन को दिया गया था सिम्बल बताते चले 1989 के लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट से मो तस्लीमउद्दीन जनतादल के टिकट से चुनाव जीते थे. लेकिन 16 महीने बाद ही नौवीं लोकसभा भंग कर दी गयी थी और 10 वीं लोकसभा के लिए 1991 में मध्यावधि चुनाव हुआ था. समझौते के तहत 1991 के लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट माकपा के खाते में जाने के कारण तस्लीम को किशनगंज भेजा गया. तस्लीम साहब ने वहां पर्चा भी भर दिया और अपने प्रचार-प्रसार में लग गये. लेकिन राजीनीति में कुछ भी संभव है वही चरितार्थ हुआ था 1991 के लोकसभा चुनाव में. इधर, तस्लीम साहेब पार्टी के सिंबल आने के इंतजार में रहे उधर नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन और अंतिम क्षण में हेलीकाप्टर से सैयद शहाबुद्दीन सिंबल लेकर किशनगंज पहुंच गये. पूर्व आईएफएस सैयद शहाबुद्दीन उस वक्त बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के बड़े नेता के रूप में उभरे थे. जैसे ही जानकारी राजनीतिक गलियारों में पहुंची, वैसे ही खलबली मच गयी. आखिरकार तस्लीमउद्दीन को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरना पड़ा. कुल 17 प्रत्याशी थे मैदान में बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के बड़े नेता सैयद शहाबुद्दीन के अचानक मैदान में आने के बाद उस चुनाव मव समूचे देश की निगाहें किशनगंज पर थी. इस चुनाव में 17 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य अजमाया था लेकिन मुख्य मुकाबला जनता दल और भाजपा के बीच सिमट कर रह गया , जहा जनता दल के सैयद शहाबुद्दीन को 231703 वही भाजपा के विश्वनाथ केजड़ीवाल को 152075 वोट तो तत्कालीन सांसद और कांग्रेस उम्मीदवार एम् जे अकबर को 80175 वोट और जनता दल के बाकी और निर्दलीय ही मैदान में उतरे तस्लीमुद्दीन को 42794 वोट मिले थे 15 प्रत्याशी की हो गई थी जमानत जप्त इस चुनाव में कुल 534541 मतदाताओं ने मतदान किया था जिसमे 525383 मत वैध पाए गए थे , वही प्राप्त मतदान के बाद चुनाव में खड़े 17 में 15 उम्मीदवारों की जमानत जप्त हो गई थी. जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार भी शामिल थे.