भूमिहीन आदिवासियों को नहीं मिल पाया है बासगीत पर्चा, वर्षा से अंचल कार्यालय का लगा रहे चक्कर
पोठिया प्रखंड के शीतलपुर पंचायत अंतर्गत पूरबडांगी आदिवासी टोले के दर्जनों ग्रामीणों ने सीओ को एक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर बासगीत पर्चा की मांग की है.
पोठिया.प्रखंड के शीतलपुर पंचायत अंतर्गत पूरबडांगी आदिवासी टोले के दर्जनों ग्रामीणों ने सीओ को एक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर बासगीत पर्चा की मांग की है. इन भूमिहीन आदिवासी परिवारों का कहना है कि वर्षो से अंचल कार्यालय में आवेदन देकर लगातार चक्कर लगा रहे है, लेकिन आदिवासियों की समस्याओं को सुनने और समझने वाला कोई नही है.
पूरबडांगी गांव का नेतृत्व कर रहे बिशु मुर्मू ने बताया कि 110 से अधिक भूमिहीन आदिवासी परिवार के सदस्य शीतलपुर पंचायत के वार्ड संख्या 15 ग्राम पूरबडांगी गांव में वर्षो पूर्व से घर बनाकर सपरिवार गुजर-बसर कर रहे है. मौजा शीतलपुर थाना नंबर 269 में पीपीएचटी के तहत रैयती जमीन पर एक सौ दस परिवारों के बासगीत पर्चा बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 में संयुक्त आवेदन दिया गया था.जिसके बाद राजस्व कर्मचारी,अंचल अमीन इस गांव का निरीक्षण कर आश्वासन दिए,लेकिन तीन वर्ष के बाद भी भूमिहीन आदिवासियों को बासगीत पर्चा नही मिल सका.बताया कि आवेदन देने के बाद से ही सभी लोग अंचल कार्यालय का लगातार चक्कर लगा रहे है लेकिन अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक कोई ना कोई बहाना बनाकर मामले को टाल देते है. वही आदिवासियों ने नवपदस्थापित अंचल अधिकारी से एक बार फिर आवेदन देकर बासगीत पर्चा की मांग की है.
अभियान बसेरा का आदिवासियों को नही मिला लाभ
भूमिहीन,वासविहीन,लाचार व बेसहारा तथा महादलित,अनुसूचित,अनुसूचित-जनजाति,पिछड़ा, अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों को घर बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा जमीन देने की व्यवस्था के लिए अभियान बसेरा योजना चलायी जा रही है. लेकिन पोठिया प्रखंड में गरीब एवं भूमिहीनों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है.वर्षो पूर्व दिए गए आवेदन को ठंडे बस्ते में रख दिया जाता है
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