बहादुरगंज. अपनी मांगों के समर्थन में लियाफी के बैनर तले एलआइसी अभिकर्ताओं ने पूर्ण विश्राम दिवस के तहत यहां एसओ कार्यालय के सामने लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी धरना दिया. एलआइसी अभिकर्ता संगठन का यह पूर्ण विश्राम दिवस मंगलवार से ही जारी है, जो शनिवार तक जारी रहेगा. इस बीच अभिकर्ताओं ने किसी तरह का नव व्यवसाय संबंधी कामकाज से अपने को अलग कर रखा है. जिससे कारोबार बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है. इससे पहले संगठन के अभिकर्ताओं ने आइआरडीए एवं एलआइसी प्रशासन की तरफ से एक अक्टूबर 2024 से लाये गये नियम को अभिकर्ताओं के हित में इसे काला कानून करार दिया एवं कहा कि नये-नये नियमावली एवं प्रावधानों को अभिकर्ताओं के हितों की सीधे अनदेखी कर जबरन थोपने की तैयारी चल रही है, जो कतई बर्दाश्त नहीं होगा. प्रबंधन के द्वारा लाये गये नये-नये संशोधन एवं नियम-कानून न केवल संगठन के अभिकर्ताओं के लिए चिंताजनक है, बल्कि शीर्ष प्रबंधन के द्वारा कहीं न कहीं इंश्याेरेंस मद में नयी पॉलिसी पर प्रीमियम की राशि बढ़ाकर बीमा ग्राहकों को भी नुकसान देने की कोशिश की गयी है. इस बीच अभिकर्ता संगठन ऐसे किसी भी कानून व प्रावधानों को लेकर अंतिम दम तक लड़ाई लड़ने के मूड में है. संगठन के मुताबिक, एलआइसी के नये नियम एवं संशोधन के बीच अभिकर्ताओं को अभी से ही क्लब मेंबर भी बुरी तरह प्रभावित होने का भय सताने लगा है, जो संगठन हित में बेहद ही निराशाजनक है. धरना कार्यक्रम में पूर्व एमडी आर टी तंजीम आलम, सीएम क्लब मेंबर निर्भय सिन्हा, आबिद हुसैन, महबूब आलम, दानिश इकबाल, संजीव झा, किशोरी सिन्हा, जीवन सिन्हा, निर्मल सिन्हा, शकील अख्तर, विश्वेश्वर सिंह, ललितेश्वर सिंह सहित दर्जनों अभिकर्ता मौजूद थे.
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