भूमिहीन व भवनहीन प्रखंड क्षेत्र के कई विद्यालय अन्य विद्यालयों में होंगे मर्ज

विद्यालयों को अपनी जमीन अपने भवन का सपना शिक्षा विभाग वर्षो से दिखा रहा है. इसके बाद भी भवनहीन विद्यालयों के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं कर सका है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 8:31 PM

ठाकुरगंज. विद्यालयों को अपनी जमीन अपने भवन का सपना शिक्षा विभाग वर्षो से दिखा रहा है. इसके बाद भी भवनहीन विद्यालयों के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं कर सका है. वर्षो बाद भी ठाकुरगंज ग्रामीण क्षेत्र के लगभग डेढ़ दर्जन स्कूलों को अपना भवन नहीं है. हालांकि इनमें से कइयों को जमीन मिली लेकिन उस पर कब्जा इन स्कूलों का नहीं हो पाया.

इसके बाद एक नये नियम के तहत स्कूल मर्ज करने की योजना बनी और इसके लिए ठाकुरगंज प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र के भवनहीन 15 स्कूलों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर किसी अन्य स्कूल में मर्ज करने के लिए बीईओ के द्वारा डीपीओ को सूची भी भेजी गयी थी, लेकिन इसपर भी कोई अमल नहीं हो सका. इन 15 प्राइमरी स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय बाखोटोली, प्राथमिक विद्यालय कालूघाट, प्राथमिक विद्यालय धोकरपेट, नया प्राथमिक विद्यालय वामन गांव, नया प्राथमिक विद्यालय होटल बस्ती, नया प्राथमिक विद्यालय घशीकूड़ा हाट, नया प्राथमिक विद्यालय मुर्दा दांगी, नया प्राथमिक विद्यालय निकरबाड़ी, नया प्राथमिक विद्यालय बीर टोला, नया प्राथमिक विद्यालय नानकार बारा, नया प्राथमिक विद्यालय होरोभिट्टा बाजार बस्ती, नया प्राथमिक विद्यालय कुम्हार टोली, नया प्राथमिक विद्यालय कठारो ,नया प्राथमिक विद्यालय मुखिया टोला मलिनगांव है.

क्या है नियम

जिले में वैसे प्राथमिक व मध्य विद्यालय जिनके पास अपना न जमीन है न भवन है, ऐसे स्कूलों को समीप के स्कूलों में पूरी तरह से मर्ज कर दिया जाएगा. यानी की टैग स्कूल अब अस्तित्व विहीन हो जाएंगे और जिस स्कूलों में उसे मर्ज किया जाएगा वह मर्ज होने वाले स्कूल के नाम से ही जाना जायेगा.

दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करने से पठन-पाठन प्रभावित

हालांकि दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करने की वजह से वहां पर भी पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. कारण कि जहां पर शिफ्ट किया गया है, वहां पर भी कमरों की कमी है. निदेशक प्राथमिक शिक्षा बिहार ने ज्ञापांक 6 / वि ० 9-179/2023/1898, दिनांक 26.10.23 के जरिये शहरी और ज्ञापांक 6 / वि ० 9-179/2023/95, दिनांक 07.02.23के जरिये ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित भूमिहीन और भवन हिन् स्कूलों की लिस्ट मांगी गई थी जिसके बाद 3 जून को प्रखंड के 15 ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे स्कूल की सूची भेजी गई जो वर्तमान अधिकारियों की नजर में भूमिहीन है. हालांकि अभी भी लगभग 1 दर्जन ऐसे स्कूलों का नाम इस सूची में शामिल नहीं हुआ जो टैग होकर चल रहे है.

भूमि मिलने के बाबजूद मर्ज होंगे स्कूल

इन मर्ज स्कूलों की लिस्ट में ठाकुरगंज प्रखंड के 15 स्कूल शामिल है लेकिन इन पंद्रह स्कूलों में 4 स्कूल ऐसे शामिल कर दिए गए है जिन्हें आज से 10 साल पहले ही भूमि आवंटित कर दी गई थी . ठाकुरगंज अंचल कार्यालय द्वारा वर्षो पूर्व 12 स्कूलों को बिहार सरकार की जमीन आवंटित की थी लेकिन इस दौरान न संबंधित स्कूल के प्रधान स्कूल को आवंटित भूमि पर कब्जे के लिए सक्रिय दिखा न ही अंचल कार्यालय से इस मामले में कोई पहल की और न ही शिक्षा विभाग भी इस नींद से जागा की स्कूलों को खुद का भवन हालात यह हुए की वर्षो तक टैग होकर चल रहे ये स्कूल अब मर्ज होने के कगार मे है .

चार भवहीन स्कूल के भूमि होने के बावजूद होंगे मर्ज

बताते चले 2 मार्च 15 को पत्रांक 126 के जरिये प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान को पत्र लिखकर प्रखंड के भूमिहीन स्कूलों को बिहार सरकार के द्वारा आवंटित भूमि का ब्यौरा भेजा था. जिसमे नया प्राथमिक विद्यालय घस्सीकूड़ा को मौजा बहादुरपुर खाता 274 खेसरा 877 रकबा 10 डिसमिल. वही नया प्राथमिक विद्यालय बाजारबस्ती मौजा बेसरबाटी को खाता 388 खेसरा 009 रकबा 17 डिसमिल नया प्राथमिक विद्यालय कुम्हार टोली मौजा भातगांव खाता 687 खेसरा 1607 रकबा 17 डिसमिल और नया प्राथमिक विद्यालय मुखिया टोलामौजा मलिनगांव को खाता 45 खेसरा 2690 रकबा 12 डिसमिल जमीन बिहार सरकार की तत्कालीन अंचलाधिकारी ने आवंटित की थी.

कतिपय स्कूलों का आवंटित भूमि पर कब्जा नहीं

इन स्कूलों को बिहार सरकार की जमीन तो अंचल कार्यालय ने आवंटित कर दी, लेकिन न अंचल कार्यालय और न ही शिक्षा विभाग ने ऐसी कोई पहल की. को उक्त जमीन पर कब्ज़ा मिल सके . जिस कारण आज भी इन जमीनों पर किसी अन्य का कब्जा भी बरकरार है.

क्या कहते है अधिकारी

इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यालय के आदेश के बाद टैग् स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होने के कारण इन्हें मर्ज करने का आदेश दिया गया है, अब जिन स्कूलों को जमीन आवंटित होने के बावजूद उन्हें कब्ज़ा नहीं मिल पाया. इस मामले में उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. वही कहा कि जो स्कूल अब भी टैग् होकर चल रहे है उन्हें जल्द मर्ज करने के लिए विभाग को पत्र भेज दिया गया है.

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