Bihar News: बिहार के मुस्लिम बाहुल्य जिला किशनगंज में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने क्फ संशोधन बिल के खिलाफ सभा आयोजित की. इस दौरान कार्यक्रम को कई मुस्लिम नेताओं ने संबोधित किया. जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महमूद सैयद असद मदनी,जमीयत उलमा ए हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी और नेपाल के मंत्री और जमीयत उलेमा नेपाल के अध्यक्ष मुफ्ती खालिद सिद्दीकी शामिल हैं. वहीं मौलाना महमूद सैयद असद मदनी ने बांग्लादेश में उस मुल्क के अल्पसंख्यकां पर हो रहे हमले की निंदा की. उन्होंने इसे इस्लाम विरोधी बताया.
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा की निंदा की
किशनगंज में इजलास-ए-आम में शिरकत करने पहुंचे मौलाना असद मदनी ने हजारों की संख्या में आए लोगों को संबोधित किया. स्थानीय सांसद और विधायक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान मौलाना मदनी ने कहा कि मुल्क हमारा हो या फिर कोई और, वहां उस मुल्क की माइनोरिटी (अल्पसंख्यक) महफूज रहनी चाहिए. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले की निंदा की और कहा कि वहां जो घटनाएं हो रही है वो निंदनीय है. वहां अल्पसंख्यकों पर हमला बंद होना चाहिए.
ALSO READ:‘वक्त बदलता है, हमेसा एक सा नहीं रहता…’ बिहार में मुस्लिम नेताओं का हुआ जुटान, जानिए क्या की अपील…
मौलाना ने कहा- यह इस्लाम के खिलाफ
मौलाना मदनी ने कहा कि अगर कोई मुसलमान गैर मुस्लिमों के साथ गलत व्यवहार करता है तो वह अन्याय है. उन्होंने इसे इस्लाम विरोधी करार दिया और कहा कि इस्लाम यह नहीं सिखाता है. उन्होंने कहा कि आज राजनैतिक लाभ के लिए देश के सौहार्द को बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश हो रही है जो सही नहीं है. कुछ लोग नफरत फैलाकर लोगों को बांट रहे हैं. मौलाना ने कहा कि रात कितनी ही अंधेरी हो और लंबी हो लेकिन सुबह तो होती है और इंशाअल्लाह होगी. मायूस होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने वक्फ संशोधन कानून का विरोध किया.
वक्फ संशोधन कानून का विरोध किया
मौलाना महमूद सैयद असद मदनी ने वक्फ कानून का विरोध करते हुए कहा कि सरकार इस कानून के जरिए मुसलमानों की संपत्ति को जब्त करना चाहती है जो होने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश के मुसलमानों को कमजोर करने का प्रयास हो रहा है. वहीं किशनगंज के इस सम्मेलन में उलेमाओं ने संभल हिंसा और वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर आक्रोश व्यक्त किया.