बरसात के सीजन में बदलते मौसम से अधिक सावधान रहने की जरूरत

चिकित्सक डा.शिव कुमार बताते हैं कि बारिश का मौसम अपने साथ ढेरों बीमारियां भी लाता है.इस मौसम में संक्रमण का भी खतरा बढ़ जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 27, 2024 7:51 PM

बुजुर्गों एवं बच्चों का रखें विशेष ख्याल

किशनगंज.जिले में मानसून सक्रिय है,हर दिन होने वाली बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव की समस्या खड़ी होने लगी है.जिले के जाने माने चिकित्सक डा.शिव कुमार बताते हैं कि बारिश का मौसम अपने साथ ढेरों बीमारियां भी लाता है.

वहीं इस मौसम में संक्रमण का भी खतरा बढ़ जाता है.बरसात के मौसम में उमस होती और अचानक बदलाव होता है.इस वजह से सर्दी-जुकाम,खांसी, बुखार और फ्लू जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं.ऐसे में मौसमी बीमारियों से सावधान रहने की जरूरत है.अपनी खान-पान की आदतों का ख्याल रखना और बाहर निकलने से पहले भी काफी सावधानियां बरतनी हैं.ऐसे में बरसात में तले-भुने और मांसाहारी आहारों के सेवन से बचें,क्योंकि इस समय बैक्टीरिया हावी होते हैं.

बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों का इलाज समय से कराया जाए.समय पर इलाज नहीं होने से यह भयावह रूप भी ले सकती हैं.मौसमी बीमारियां होने पर समय पर बेहतर उपचार करवाना चाहिए.बच्चों के बीमार होने पर इलाज में कतई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए,अन्यथा तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती है.इसके अलावा बदलते मौसम में खानपान व पहनावे पर भी ध्यान देना जरूरी है.तापमान में अंतर के अलावा लोगों पर प्रदूषण का भी काफी प्रभाव पड़ रहा है.प्रदूषण के कारण धूल के कण सांस की नली के जरिए शरीर के अंदर तक पहुंच जाते हैं.इससे गले में खराश हो जाती है.

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन करें

डॉ शिव कुमार बताते हैं कि इस बदलते मौसम में खुद को संक्रमण से बचाने के लिए ताजा बना गर्म खाना ही खाएं.इससे शरीर में रक्तसंचार अच्छा बना रहता है. कम से कम आठ से दस ग्लास पानी जरूर पीएं.खाने में पपीता,कद्दू, गाजर, टमाटर,पालक व अमरूद जैसे मौसमी फलों और सब्जियों को जरूर शामिल करें. इनसे शरीर का तापमान भी मौसम के मुताबिक बना रहेगा.अंकुरित अनाजों में काफी मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होते हैं, जिनके सेवन से काफी एनर्जी मिलती है.लहसुन सर्दी-जुकाम और कफ जैसी समस्या का कारगर इलाज है.आंवला, संतरा, नींबू और इमली जैसे विटामिन-सी युक्त फल भरपूर मात्रा में लें.बदलते मौसम में कई तरह की मौसमी बीमारियों के होने की भी संभावना काफी बढ़ जाती है.जैसे कि एलर्जी, सर्दी-खांसी बुखार सहित अन्य वायरल टाइप की बीमारियों की भी चपेट में लोग आ जाते हैं. इसलिए इससे बचाव के लिए हरी सब्जी,दाल,साग समेत अन्य पौष्टिक आहार का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.बीमारियों के से बचने के लिए साफ-सफाई का भी रखें विशेष ख्याल रखें.

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