नया साल 2025 खुशियां और नयी उम्मीदें लेकर आयेगा
2024 में ठाकुरगंज को बहुत कुछ मिला. 2025 में काफी कुछ मिलने की उम्मीद है. नया साल इस बार नई उम्मीदों के साथ शुरू होगा. जो कार्य पिछले साल अधूरे रह गए थे, वो तो पूरे होंगे हीं .
ठाकुरगंज. 2024 बीतने को है, नया साल 2025 खुशियां और नयी उम्मीदें लेकर आयेगा. 2024 में ठाकुरगंज को बहुत कुछ मिला. 2025 में काफी कुछ मिलने की उम्मीद है. नया साल इस बार नई उम्मीदों के साथ शुरू होगा. जो कार्य पिछले साल अधूरे रह गए थे, वो तो पूरे होंगे हीं . वहीं, नई योजनाएं भी जिले के विकास को प्रगति देंगी.
मार्च माह मे शुरू हो जाएगा पॉवर ग्रिड
2023 के मार्च में ठाकुरगंज पावरग्रिड उप केन्द्र निर्माण की प्रारंभ हुई प्रकिया मार्च 25 मे पूर्ण होने से ठाकुरगंज सहित गलगलिया, पौआखाली,पोठिया संग सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्वाध रूप से बिजली आपूर्ति सभंव हो सकेगी. बताते चले बिजली समस्या से निजात हेतू वर्ष 2017 से ठाकुरगंज की जनता पावरग्रिड उपकेन्द्र की मांग करती आ रही थी.उसके सात वर्ष बाद वर्ष 2025 में ठाकुरगंज वासियों के पावरग्रिड का सपना सच होगा. बताते चले पावर ग्रिड का भूमि अधिग्रहण वर्ष 2022 में हुआ था , भूमि अधिग्रहण के बाद वर्ष 2023 के मार्च में पावरग्रिड उपकेन्द्र निर्माण की प्रकिया आरंभ हुई थी.सिलीगुड़ी – गोरखपुर एक्सप्रेस वे को मंजूरी की उम्मीद
607 किमी लम्बे गोरखपुर -सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे को इस साल मंजूरी की उम्मीद लोग लगाये बैठे है. इस सड़क का लगभग 84 किमी एरिया जिले की सीमा में होकर गुजरेगा. टेढ़ागाछ प्रखंड की सीमा में यह एक्सप्रेस हाईवे किशनगंज जिले में प्रवेश करेगा. इस दौरान टेढ़ागाछ , बहादुरगंज और ठाकुरगंज प्रखंड के लगभग 41 मोजा होकर यह ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस हाईवे गुजरेगा. एक्सप्रेस हाइवे बनने से जिले के अटके विकास को सुपर स्पीड मिलने की प्रबल उम्मीद है. वर्षो बाद यह जिले का पहला बड़ा प्रोजेक्ट है, जो व्यापारिक-औद्याेगिक विकास व रोजगार के क्षेत्रों मे नए आयाम बनाएगा. 6 लेन का एक्सप्रेस हाइवे बनने के बाद स्थानीय व्यापार को गति मिलेगी. वहीं, नए औद्याेगिक विकास की गतिविधियां बढ़ेंगी. एक्सप्रेस हाइवे जिले में पहले से स्थापित उद्योगों को देश के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में नए बाजारों से संपर्क बनाने में मील का पत्थर साबित होगा. स्थानीय उत्पाद की पहुंच बड़े शहरों तक आसान हो पाएगी. जिले में गलगलिया के समीप हाइवे पर इंडस्ट्रियल जोन बनना प्रस्तावित है, जो रोजगार के साथ स्थानीय लोगों के लिए व्यापार के नए अवसर प्रदान करने वाला होगा. एक्सप्रेस हाइवे से बड़े शहरो की दूरी स्पीड के लिहाज से आधी रह जाएगी.
अधर में लटकी है किशनगंज – बहादुरगंज एनएच परियोजना
भारत माला परियोजना मे शुमार किशनगंज-बहादुरगंज फोर लेन का निर्माण अधर मे लटका है. 15 सितम्बर 21 को इस योजना का नोटिफिकेशन जारी हुआ था. निविदा भी निर्गत कर दिया गया है. परन्तु 22.719 कि0मी0 लम्बी सड़क का निर्माण अब तक शुरू नहीं होने से लोगो की उम्मीदे टूटने लगी है. बताते चले इस परियोजना में 19.62 किलोमीटर ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण होना है एवं शेष में पूर्व से निर्मित सड़क का चौड़ीकरण किया जायेगा. इस परियोजना में कुल 3 वृहद पुल, जिसमें महानन्दा नदी पर 425 मीटर लम्बे पुल का निर्माण शामिल है, इसके अतिरिक्त 7 लघु पुल, 3 फ्लाईओवर, 15 अन्डरपास एवं 92 पुलिया का निर्माण होना है. इसके अतिरिक्त इसमें 4 जगहों पर इन्टरचेंज का प्रावधान किया गया.इस साल आरओबी और बाईपास की उम्मीद
इस साल में ठाकुरगंज वासियों को दो बड़ी परियोजनाएं मिलने की उम्मीद है. इसमें बाईपास रोड, और आरओबी निर्माण की उम्मीद लोगो को है. इन परियोजनाओं से शहर में जाम की समस्या दूर हो जायेगी. पिछले दिनों पथ निर्माण विभाग और रेल अभियंताओं की टीम द्वारा संयुक्त स्थलीय जांच के बाद लोगो को आरओबी की उम्मीदों को जल्द पूरा होने की आस जगी है. वहीं जिला प्रशासन द्वारा ग्रामीन विकास विभाग के जरिये बाईपास निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी मिलने के बाद लोग आशान्वित है.
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