पोषण माह के तहत समेकित बाल विकास परियोजना में पोषण मेले का आयोजन
बाल विकास परियोजना कार्यालय की ओर से सोमवार को कार्यालय परिसर में पोषण मेले का आयोजन किया गया.
कोचाधामन.बाल विकास परियोजना के निर्देशानुसार 01 से 30 सितंबर तक पोषण मेला कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में बाल विकास परियोजना कार्यालय की ओर से सोमवार को कार्यालय परिसर में पोषण मेले का आयोजन किया गया.जिसका शुभारंभ बाल विकास पदाधिकारी नागेन्द्र कुमार के द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काटकर किया गया. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रुप प्रखंड प्रमुख निशात प्रवीण एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे. सीडीपीओ श्री कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजनों में स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता से संबंधित जागरूकता लाना है एवं प्रभावी व्यवहार परिवर्तन के लिए जनआंदोलन के रुप में प्रतिवर्ष ’’राष्ट्रीय पोषण माह’’ का आयोजन किया जाता है. जिसमें 06 प्रमुख थीम आधारित गतिविधियां एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक पोषण आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, बेहतर प्रशासन पारदर्शिता और कुशल सेवा वितरण के लिए प्रौद्योगिकी एवं समग्र पोषण के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों और जागरुकता अभियानों का आयोजन किये जाना आदि है.सीडीपीओ नागेंद्र कुमार ने बताया कि कार्यशाला में पोषण माह के दौरान तिरंगा भोजन के तहत पौष्टिकता को बढ़ावा देने के लिए तिरंगा थाली की अवधारणा पर जोर दिया गया है. जिसमें हरी सब्जियां, दाल, और अन्य पौष्टिक तत्व शामिल होंगे. इस अभियान का उद्देश्य लोगों में विविध और संतुलित आहार की महत्ता को समझाना है.गृह भेंट कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वे घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, और बच्चों को पोषण संबंधी जानकारी दें. पोषण माह के सफल आयोजन के लिए प्रभात फेरी, जागरूकता रैली, रंगोली कार्यक्रम, साईकिल रैली, वृक्षारोपण आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं स्वस्थ बालक- बालिका स्पर्धा के तहत बच्चों को बेबी किट का वितरण किया गया. वहीं प्रखंड प्रमुख निशात प्रवीण ने बतलाया की इस कार्यक्रम का उद्देश्य सीधे लोगों तक पहुंचना और उन्हें पोषण के बारे में जागरूक करना है. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की आजीविका और पोषण में सुधार के लिए सेविका, आशा व जीविका दीदी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. पोषण अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण जागरूकता फैलाने और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में विभागीय पदाधिकारी,कर्मी,जन प्रतिनिधि की भूमिका अति महत्वपूर्ण हैं. वहीं इस संदर्भ में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निखिल ने कहा कि एनीमिक महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गई है.पोषण अभियान के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण माह की गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा हैं ताकि अभियान का प्रभाव अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे. पोषण माह 2024 का मुख्य उद्देश्य पोषण पंचायतो को सक्रिय करना है, इस हेतु ग्राम स्तर पर सरपंच एवं ग्राम पंचायतजों को गतिविधियोें का आधार बनाते हुए जनआंदोलन को जनभागीदारी के रुप में परिवर्तित करना है एवं विभिन्न सहयोगी विभागो के मैदानी मामलों को ग्राम स्तर एवं प्रत्येक केन्द्र स्तर पर बेहतर बनाते हुए पोषण माह का आयोजन किया जाना है. कार्यक्रम को सफल बनाने में लिपिक जय प्रकाश कुमार, प्रखंड समनवयक रोहन कुमार मंडल ,कार्यपालक सहायक नवेद आलम, सभी महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम, आशा, सेविका, सहायिका, जीविका दीदी, एवं अन्य ने भाग ली.
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