बेलवा स्वास्थ्य केन्द्र में हंगामा! लैब टेक्नीशियन की अनुपस्थिति पर मरीजों ने जताया आक्रोश
Belwa Health Centre: बेलवा स्वास्थ्य केन्द्र में लैब टेक्नीशियन की अनुपस्थिति से नाराज मरीजों ने किया हंगामा, गंदगी और लचर प्रबंधन पर भी उठे सवाल.
Belwa Health Centre: स्वास्थ्य केन्द्र बेलवा में मरीजों के द्वारा यहाँ की कु व्यवस्था को लेकर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मरीजों ने बताया कि सुबह से ही बेलवा अस्पताल में भीड़ लगनी शुरू हो जाती है. मरीजों ने बताया कि हमने सुबह ही पर्ची कटवाकर डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर द्वारा कई जाँच लिखा गया, जब हम जांच करवाने के लिए जांच घर गए तो वहां लैब टेक्नीशियन मौजूद नहीं थे. हमलोग लगभग एक से डेढ घंटे तक इंतजार किये लेकिन जांच करने के लिए कोई नहीं आया. तब हमलोगों ने हॉस्पिटल प्रभारी डॉ तमशील अहमद अंसारी से पूछा तो उन्होंने बताया कि लैब टेक्नीशियन आज छुट्टी पर है.
Belwa Health Centre
लोगों ने कहा कि जब लैब टेक्नीशियन छुट्टी पर है तो डॉ द्वारा जाँच क्यों लिखा जा रहा है. लोगों ने यह भी बताया कि प्रायः इस तरह से लैब टेक्नीशियन को अनुपस्थित रहतें है. ताकि लोग बाहर से प्राईवेट जगह से जाँच करवा लें. मरीजों का हंगामा देख हॉस्पिटल प्रभारी द्वारा आनन फानन में जांच करने हेतु एक स्टाफ को लगाया गया. मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि प्रभारी द्वारा जिस कर्मी को जाँच कार्य में लगाया गया है. वो गाछपाड़ा एच.डब्लू.सी में सीएचओ के पद पर बहाल हैं जिनका नाम राकेश बर्मन है. पूछताछ करने पर पता चला कि गाछपाड़ा एच.डब्लू.सी. को बंद कर उसको यहां बुलाया गया.
Belwa Health Centre: एच.डब्लू.सी. बंद रहने से मरीजों को करना पड़ रहा दिक्कतों सामना
गाछपाड़ा एच.डब्लू.सी. बन्द रहने के कारण वहां के मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है, वहीं जाँच के इंतजार में बैठे मरीजों ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र के शौचालय की स्थिति बहुत ही खराब है. चारों ओर गंदगी भरी हुई है, उसमें शौच करना तो दूर वहां खड़ा रहना भी मुश्किल है. अस्पताल में महिला मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं बेलवा के मुखिया, सरपंच एवं पंचायत समिति ने बताया कि जब से बेलवा में नए प्रतिनियुक्ति प्रभारी डॉ तमशील अहमद अंसारी आये हैं तब से स्वास्थ्य केन्द्र की बहुत सारी शिकायतें आ रहीं है.
अस्पताल का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो रहा है. उनके आने का लगभग एक वर्ष हो गया इस एक वर्ष में सिर्फ एक बार ही रोगी कल्याण समिति का बैठक की गयी है. इस वर्ष अभी तक एक बार भी बैठक नहीं की गयी है. प्रभारी के द्वारा हमेशा मनमानी की जाती है.